Bihar Crime News: भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के कुतुबगंज में प्लॉटर अमरेंद्र सिंह की हत्या मामले का खुलासा भागलपुर पुलिस ने कर दिया है. इस हत्याकांड में बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. हत्या की वजह बाइपास इलाके में प्लॉटिंग और जमीन कारोबार में वर्चस्व थी. वहीं बाइपास के ही एक लाइन होटल से हत्या की साजिश रची गयी और इसमें शहर के पूर्व निगम पार्षद और वर्तमान निगम पार्षद प्रतिनिधि शशि मोदी की संलिप्तता का भी खुलासा हुआ है.
प्लॉटर अमरेंद्र सिंह हत्याकांड में वार्ड 51 के पूर्व पार्षद और वर्तमान पार्षद प्रतिनिधि शशि मोदी की भूमिका के बाद मामला और ज्यादा हाइ प्रोफाइल बन गया है. जानकारी के अनुसार अमरेंद्र सिंह हत्याकांड की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. पार्षद प्रतिनिधि शशि मोदी की भूमिका की जांच में यह बात सामने आयी है कि अजीत यादव उर्फ करकू यादव और अमरेंद्र सिंह के बीच चल रहे विवाद में समझौता कराने के नाम पर बुलाने के लिए शशि मोदी कई दिनों से अमरेंद्र सिंह को कॉल कर बुला रहा था.
अमरेंद्र सिंह ने समझौता करने की बात से साफ इंकार कर दिया था. हत्या से एक दिन पूर्व और हत्या के दिन शशि मोदी ने कुल 10 कॉल अमरेंद्र सिंह को किया था, जिसकी पुष्टि अमरेंद्र सिंह के बेटे ने भी की है. सीडीआर की जांच में भी यह बात स्पष्ट हुई है. सीडीआर जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि हत्या से पूर्व और हत्या के बाद शशि मोदी लगातार हत्यारों के संपर्क में था. जिसके बाद हत्यारों का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया.
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पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि हत्या से ठीक एक घंटे पहले शशि मोदी ने अमरेंद्र सिंह को समझौता कराने के लिए राजी कर लिया था और उसे झांसा देकर महादेव तालाब के पास बुलाया था. 19 सितंबर की शाम जब अमरेंद्र सिंह महादेव तालाब पहुंचे, तो वहां किसी को नहीं पाया. अमरेंद्र सिंह वापस अपने घर लौट लगे, तो वहां पूर्व से ही घात लगाये दो कार पर सवार कुल 10 लोगों ने मिल कर उनकी हत्या कर दी.
Published By: Thakur Shaktilochan