इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर तीन नंबर गुमटी के पास खगड़िया के बंदेहरा गांव के मुखिया पति सह जदयू नेता राजेश कुमार रमण उर्फ पप्पू भगत हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी पुलिस इस मामले में किसी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है. हत्याकांड की जांच को गठित एसआइटी में शामिल पुलिस पदाधिकारी और कर्मी राज्य के चार पुलिस जिलों में छापेमारी कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार खगड़िया जिला गयी भागलपुर पुलिस की टीम ने बंदेहरा गांव से ही 28 नवंबर 2019 को पप्पू मुखिया पर गोलीबारी और हत्या के प्रयास मामले के आरोपित रहे कौशल नामक अभियुक्त को हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी के अनुसार उसे खगड़िया में रखकर उससे पूछताछ की जा रही है. इसके अलावा पुलिस द्वारा भागलपुर शहरी क्षेत्र और मुंगेर जिला से भी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है. उससे किसी गुप्त जगह रखकर पूछताछ की जा रही है. मामले की जांच कर रही तकनीकी शाखा को मृत शूटर रतन साह के मोबाइल से भी कई संदिग्धों की जानकारी मिली है. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है. सीडीआर के आधार पर ही पुलिस ने मुंगेर जिला के रहने वाले एक संदिग्ध को उठाया.
मामले में पूर्व में हिरासत में लिये गये मृत अपराधी रतन साह के चाचा टीपू ने बताया था कि मुंगेर जिला के पाटम का रहने वाला एक युवक रतन साह का खास दोस्त भी है और कई आपराधिक घटनाओं में शामिल भी रह चुका है. अनुसंधान के क्रम में इस बात की जानकारी मिली है कि हत्याकांड का आरोपित पूर्व मुखिया सह पूर्व राजद जिलाध्यक्ष संजीव यादव घटना के बाद से ही पटना में छिपा हुआ है. उक्त सूचना प्राप्त होते ही भागलपुर पुलिस की एक टीम को पटना में छापेमारी के लिये भेजा गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पप्पू मुखिया हत्याकांड मामले में भागलपुर पुलिस के आधा दर्जन पुलिस पदाधिकारी खगड़िया जिला और नवगछिया पुलिस जिला में संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रहे हैं. नामजद अभियुक्त गांधी यादव के नवगछिया में छिपे होने की सूचना पर रविवार को भागलपुर पुलिस की टीम ने नवगछिया पुलिस जिला के विभिन्न इलाकों में छापेमारी को पहुंची. हालांकि उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. मामले में भागलपुर के मुंदीचक इलाके से मामले का कनेक्शन जुड़ने के बाद पुलिस मुंदीचक में रहने वाले सभी पुराने अपराधियों की कुंडली खंगाल रही है.
पप्पू मुखिया हत्याकांड मामले में तकनीकी अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आयी है कि भीखनपुर में गोलियों से भून कर हत्या किये जाने के बाद एक घंटे तक नामजद अभियुक्त टिंकू यादव के मोबाइल से लगातार बातचीत होती रही. वहीं एक घंटे के बाद उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया, जोकि अब तक बंद ही आ रहा है.
Posted by : Thakur Shaktilochan