Bhagalpur News : पढ़ाई के लिए एकांत नहीं दे पाया लॉज, तो स्टडी सेंटर का बढ़ा क्रेज
भागलपुर शहर में 200 से अधिक स्टडी सेंटर हैं. इनसे प्रति माह करोड़ों रुपये का कारोबार होता है.
Bhagalpur News :भागलपुर अपने ऐतिहासिक शैक्षणिक पहचान को फिर से कायम करने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ गया है. पिछले 12 वर्षों में भागलपुर में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं. कोचिंग सेंटर में पढ़ने की बजाय स्टूडेंट्स का रुझान सेल्फ स्टडी सेंटर की ओर दिख रहा है. इसी बदलाव के क्रम में लॉज में रहने वाले छात्र-छात्राएं अब एकाग्रचित्त होकर पढ़ने के लिए आधुनिक सुविधायुक्त स्टडी सेंटर में जाने लगे हैं. भागलपुर शहर में 200 से अधिक स्टडी सेंटर लाइब्रेरी के नाम से खुल गये हैं. यहां सभी प्रकार की आधुनिक सुविधा लाइब्रेरी, स्टेशनरी, जरूरी पुस्तक आदि उपलब्ध हैं. वातानुकूलित स्टडी सेंटर में एक छत के नीचे अलग-अलग स्टूडेंट्स को एकांत में पढ़ने के लिए केबिन भी बना दिया गया है. आरामदायक कुर्सी, टेबल व पर्याप्त रोशनी की सुविधा भी दी गयी है. एक-एक सेंटर में 100 से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ाई करने आते हैं. एक विद्यार्थी से 1000 से 1200 रुपये तक प्रति माह फीस के रूप में देते हैं. ऐसे में भागलपुर में स्टडी सेंटर से प्रति माह एक करोड़ से अधिक का कारोबार हो रहा है.
इन क्षेत्रों में हैं स्टडी सेंटर
भागलपुर के एसएम कॉलेज रोड खंजरपुर, तिलकामांझी, भीखनपुर, बरारी, आदमपुर, जवारीपुर रोड, सराय, उर्दू बाजार, विश्वविद्यालय रोड आदि में विशेष स्टडी सेंटर खोले गये हैं.
करियर बनाने वाले स्टूडेंट्स की बढ़ी तादाद
पहले शहर के लॉज में जहां इंटरमीडिएट, स्नातक व स्नातकोत्तर करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या अधिक थी, वहीं अब घटकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले व करियर बनाने वाले स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ने लगी है. पटना के बाद भागलपुर को एजुकेशन हब के रूप में देखा जा रहा है. पहले यहां पूर्णिया, मधेपुरा, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, अररिया, सुपौल, खगड़िया आदि के स्टूडेंट्स टीएमबीयू में पढ़ने आते थे, लेकिन अब इंटरमीडिएट स्कूलों की संख्या भी बढ़ गयी है.