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डीजीपी ने तैयार की सर्वाधिक लंबित कांडों वाले थानों की सूची, भागलपुर के इन आठ थानों को किया शामिल…

राज्य भर के रेंज और जिलों में आज अपराध समीक्षा करने के लिये सीएम खुद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस अधिकारियों से जुड़ेंगे. सीएम द्वारा की जाने वाली अपराध समीक्षा को लेकर राज्य के सभी रेंज और जिला के पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. खास तौर पर लंबित कांडों के निष्पादन को लेकर डीजीपी स्तर पर भी एक समीक्षा की जा चुकी है. जिसमें सर्वाधिक लंबित कांडों को लेकर तीन श्रेणियां बनायी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 12, 2020 6:54 AM

अंकित आनंद, भागलपुर: राज्य भर के रेंज और जिलों में आज अपराध समीक्षा करने के लिये सीएम खुद वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस अधिकारियों से जुड़ेंगे. सीएम द्वारा की जाने वाली अपराध समीक्षा को लेकर राज्य के सभी रेंज और जिला के पुलिस अधिकारियों की नींद उड़ी हुई है. खास तौर पर लंबित कांडों के निष्पादन को लेकर डीजीपी स्तर पर भी एक समीक्षा की जा चुकी है. जिसमें सर्वाधिक लंबित कांडों को लेकर तीन श्रेणियां बनायी गयी है.

पहली श्रेणी में सर्वाधिक कांड लंबित वाले 100 थानों को चिन्हित किया गया

पहली श्रेणी में उन 100 थानों को चिन्हित किया गया है जिनके अधीन सर्वाधिक कांड लंबित हैं. बता दें कि नवंबर 2020 तक की अपराध समीक्षा के दौरान राज्य भर के तमाम थानों में लंबित कांडों की संख्या 1,74,988 है. जिसमें श्रेणी एक में शामिल किये गये 100 थानों को मिलाकर कुल लंबित कांडों की संख्या 71 हजार 361 है, जोकि कुल लंबित कांडों का 40.78 प्रतिशत है. उक्त क्षेणी में पटना जिला के 19, मुजफ्फपुर के 13, गया के 16, सारण के 7, खगड़िया और अररिया के 5-5, रोहतास और मोतिहार के 4-4, सीतामढ़ी, नालंदा और नवादा के 3-3, कैमूर, भोजपुर, जुमई और गोपालगंज के 2-2, बक्सर, बांका, सीवान, दरभंगा और जहानबाद के 1-1 थानों को शामिल किया गया है.

दूसरी सूची में 15 थानों का नाम शामिल

वहीं दूसरी सूची में 15 थानों का नाम शामिल किया गया है, जहां कि लंबित कांडों की संख्या 1000 से अधिक है. वहीं तीसरी सूची में 259 थानों का नाम शामिल किया गया है, जिनमें राज्यभर के कुल लंबित कांडों (1,74,988) में से 48 हजार 748 यानी कि कुल लंबित कांडों का 28 प्रतिशत है. डीजीपी द्वारा जारी की गयी इस सूची में भागलपुर जिला के आठ थानों का नाम शामिल है. जिन्हें प्रतिवेदित कांडों के अतिरिक्त प्रत्येक माह पूर्व के लंबित कांडों का 25 प्रतिशत निष्पादन करने का निर्देश दिया गया है. इनमें लंबित वारंट, कुर्की जब्ती, इश्तेहार तामिल आदि की सूची भी शामिल है.

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इन आठ थानों को इस श्रेणी में डाला गया

भागलपुर के जिन आठ थानों को इस श्रेणी में डाला गया है उनमें कहलगांव, तिलकामांझी, जगदीशपुर, पीरपैंती, बरारी, नाथनगर, गोराडीह, सन्हौला और इशीपुर बाराहाट थाना का नाम शामिल किया गया है. उक्त थानों में कांडों के निष्पादन की समीक्षा और कार्रवाई के लिये एसएसपी स्तर से लेकर सर्किल इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गयी है.

लंबित कांडों की समीक्षा में मिली लापरवाही तो नपेंगे अनुसंधानकर्ता

सीएम की समीक्षा को भागलपुर एसएसपी आशीष भारती द्वारा जोर शोर से जिलाभर के थानों में लंबित कांडों की समीक्षा की जा रही है. विभिन्न थानों और सर्किल में समीक्षा के लिये वे खुद से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. वहीं सभी अंचल के इंस्पेक्टरों को अपने अधीन थानों में लंबित कांड की समीक्षा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को अपने अनुमंडल में समीक्षा करने का निर्देश दिया है. साथ ही कांड लंबित रहने के लिये जिम्मेदार लापरवाह अफसरों/अनुसंधानकर्ताओं की सूची भी मांगी है. एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि लंबित कांडों के निष्पादन में लापरवाही पकड़े जाने पर दोषी पुलिस पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी.

Posted By: Thakur Shaktilochan

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