Bhagalpur News: फर्जी चालान पर ठेकेदार को 03 लाख का भुगतान, एनएच के इंजीनियर पर कार्रवाई

तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कहलगांव व विक्रमशिला आगमन पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त एनएच-80 की मरम्मत के लिए कहलगांव के काजीपुर की ठेकेदार नेहा सिंह काे इसका जिम्मा मिला था

By RajeshKumar Ojha | March 22, 2024 7:02 AM

Bhagalpur News फर्जी चालान पर ठेकेदार को भुगतान करने के मामले की जांच में एनएच विभाग का एक इंजीनियर पकड़ा गया. राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर के जूनियर इंजीनियर अविनाश कुमार शर्मा ने ठेकेदार को 03 लाख का भुगतान किया. यह तब पता चला, जब ठेकेदार ने अलकतरा की खरीद का 20 चालान जमा किया, तो उसे आइओसीएल को भेजा गया. आइओसीएल द्वारा सत्यापन में 19 चालान अवैध पाया गया.

बिना जांच के ही हो गए भुगतान

दरअसल, ठेकेदार ने जब चालान समर्पित किया था, तो उसकी जांच-पड़ताल किए बिना ही, इंजीनियर ने प्रत्येक एकरारनामा के विरुद्ध विपत्रों की कुल राशि 78,05,154 रुपये को मापी पुस्तक में प्रविष्ट किया और उसमें समेकित रूप से 03 लाख का भुगतान किया गया. अब इंजीनियर पर विभागीय कार्रवाई की गयी है. पूर्व जूनियर इंजीनियर शर्मा के दो वार्षिक वेतन वृद्ध पर रोक लगायी गयी है.

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स्पष्टीकरण के जवाब को विभाग ने कर दिया अस्वीकृत
पूर्व जूनियर इंजीनियर शर्मा से स्पष्टीकरण भी पूछा गया था और उन्होंने जवाब भी दिया. लेकिन उनके जवाब को अस्वीकृत कर दिया गया. उन्होंने जवाब दिया था कि चालान का सत्यापन एवं विपत्र का भुगतान संबंधी कार्य दायित्व उनसे संबंधित नहीं है, बल्कि कार्यपालक अभियंता से संबंधित है. इस पर जांचकर्ता ने अपना मंतव्य दिया है कि आरोपित पदाधिकारी द्वारा पथ मरम्मत कार्य में बिटुमेनस का प्रयोग करते समय चालान के सत्यापन के संदर्भ में प्रमंडल कार्यालय से वस्तुतिथि की जानकारी प्राप्त कर लिया जाना चाहिए था, जो नहीं किया गया. आरोपित पदाधिकारी द्वारा यह प्रक्रियात्मक चूक हुई है.

राष्ट्रपति के दौरे के समय हुई थी एनएच रोड की मरम्मत

साल 2017 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कहलगांव व विक्रमशिला आगमन पर बाढ़ से क्षतिग्रस्त एनएच-80 ( किमी 136 से किमी 158 के बीच) यानी, पक्कीसराय से कहलगांव तक की मरम्मत के लिए कहलगांव के काजीपुर की ठेकेदार नेहा सिंह काे इसका जिम्मा मिला. ठेकेदार ने इस काम के भुगतान के लिए 6 फरवरी 2018 काे चालान भेजा. इसका सत्यापन 27 मार्च 2018 काे किया गया. इस मामले में ठेकेदार पर भी पूर्व में कार्रवाई हुई है.

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