पुलिस हिरासत में सरकारी कर्मी के मौत के मामले पर विवाद जारी, बेटी ने कहा- पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भरोसा नहीं
लघु सिंचाई विभाग के किरानी संजय कुमार यादव की पुलिस कस्टडी में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर विपक्षी दलों ने भी पुलिस-प्रशासन सहित सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बता दें कि घटना के अगले ही दिन मामले में परिजनों और मोहल्ले वालों की मांग पर एसएसपी ने बरारी थाना के तत्काल थानाध्यक्ष एसआइ प्रमोद कुमार साह को निलंबित कर दिया था. गुरुवार को विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल डीआइजी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचा. मामले की अबतक हुई जांच की रिपोर्ट के साथ डीआइजी ने एसएसपी को बुलाया और प्रतिनिधिमंडल के सामने जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को रखा.
लघु सिंचाई विभाग के किरानी संजय कुमार यादव की पुलिस कस्टडी में हुई मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर विपक्षी दलों ने भी पुलिस-प्रशासन सहित सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. बता दें कि घटना के अगले ही दिन मामले में परिजनों और मोहल्ले वालों की मांग पर एसएसपी ने बरारी थाना के तत्काल थानाध्यक्ष एसआइ प्रमोद कुमार साह को निलंबित कर दिया था. गुरुवार को विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल डीआइजी से मिलने उनके कार्यालय पहुंचा. मामले की अबतक हुई जांच की रिपोर्ट के साथ डीआइजी ने एसएसपी को बुलाया और प्रतिनिधिमंडल के सामने जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट को रखा.
प्रतिनिधिमंडल में थे शामिल :
डीआइजी कार्यालय पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में राजद के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर प्रसाद, भाकपा माले के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल, सीपीआइ के जिला सचिव दशरथ प्रसाद साह, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष परवेज जमाल, जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बिपिन बिहारी यादव, भाकपा के नगर सचिव अभिमन्यु प्रसाद मंडल, अखिल भारतीय नौजवान संघ के राज्य अध्यक्ष संजीत सुमन शामिल थे.
डीआइजी को पीटिशन दिया
सभी ने मिलकर डीआइजी को पीटिशन दिया, जिसमें मृत संजय यादव के साथ बर्बरता से पेश आने वाले पुलिस अधिकारियों और पदाधिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज करने और मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं मामले में डीआइजी से आग्रह किया है कि वह खुद घटनास्थल पर जाकर मामले की जांच करें और प्रत्यक्षदर्शियों से बात करें.
गले में गमछा लपेटकर घसीटते हुए ले जाने का आरोप
मामले को लेकर मृतक संजय यादव की पत्नी गायत्री देवी ने बताया कि सोमवार को उनके पति घर लौट रहे थे, जैसे ही वह घर घुसे, वैसे ही काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी और पुुलिस बल उनके घर में घुस गये और उनके पति के गले में गमछा लपेट कर उन्हें घसीटते हुए लेकर थाना चले गये. पीछे से जब वह थाना पहुंची, तो देखा कि उनके पति पुलिस की पिटाई की वजह से बेहोश पड़े हुए हैं और उनके कपड़े उतरे हुए हैं. पुलिस हिरासत में सरकारी कर्मी के मौत के मामले तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
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परिजनों ने कहा, अगर हार्ट अटैक से मौत हुई है, तो उसकी जिम्मेदार भी पुलिस की :
उन्होंने बताया कि घर से पुलिस उन्हें सही सलामत लेकर गयी थी. अगर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत होने की बात आयी है, तो इसका कारण भी पुलिस ही है. वहीं बेटी मोनिका भारती ने बताया कि उनके सामने पुलिस ने पोस्टमार्टम नहीं कराया है, इसलिए उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है. पुलिस अधिकारी अपने विभाग के लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं.
Posted By: Thakur Shaktilochan