Bihar: भागलपुर पुलिस किडनैपरों तक खुद पैसे लेकर पहुंची, जंगल में फिल्मी अंदाज में युवक को छुड़ाया
Bihar News: भागलपुर में एक युवक का अपहरण केस पुलिस ने फिल्मी अंदाज में सॉल्व किया. पुलिस खुद पैसे लेकर बदमाशों तक पहुंची. जानिए क्या हुआ...
Bihar News: भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के मिरजान में रहने वाले महिंद्रा एंड महिंद्रा कंपनी के फाइनेंसकर्मी के अपहरण के बाद 12 घंटे में भागलपुर पुलिस ने उन्हें सकुशल बरामद कर लिया. बांका पुलिस के सहयोग से भागलपुर पुलिस को सफलता मिली. इसको लेकर बांका सहित भागलपुर में भी पुलिस अधिकारियों ने प्रेस वार्ता कर पुलिस की ओर से की गयी कार्रवाई की पूरी जानकारी दी. फिल्मी अंदाज में युवक को पुलिस ने किडनैपरों से मुक्त करा लिया.
बांका पुलिस ने मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार किया
भागलपुर पुलिस जिला में एसपी सिटी शुभांक मिश्रा ने प्रेस वार्ता में बताया कि मामले में अपहृत को फिल्मी अंदाज में बरामद किया गया है. वहीं, देर रात यह सूचना मिली कि कांड के मुख्य अभियुक्त राजस्थान के जयपुर थाना क्षेत्र स्थित कदमाटांड़ गांव के रहने वाले किरानी यादव के पुत्र राकेश कुमार को बांका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त देसी कट्टा और पांच कारतूस की भी बरामगदी की है.
अपहरण करके युवक को कार में लेकर घूमते रहे अपराधी
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि मुंगेर जिला के संग्रामपुर निवासी मिरजानहाट में रहने वाले राजीव रंजन शर्मा का अपहरण कर लिया गया था. बीते 10 जनवरी को अपहरणकर्ताओं ने वेरिफिकेशन कराने का झांसा देकर बांका जिला में बिहार-झारखंड की सीमा पर राजीव रंजन को बुलाया था. जहां से उनका अपहरण कर लिया गया. अपहरण के दौरान उन्हें अलग-अलग अंधेरे जगहों पर रखा गया. अपहरणकर्ता उन्हें ज्यादातर कार पर ही लेकर घूमते रहे. इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने अपहृत के मोबाइल से उनकी पत्नी को फोन करके पांच लाख रुपये फिरौती पहुंचाने पर ही राजीव रंजन को छोड़ने की बात कही.
जहां पैसे लेकर बुलाया था, वहां वेश बदलकर पहुंची पुलिस
मामले में अपहृत की पत्नी के लिखित आवेदन पर बबरगंज थाना में केस दर्ज किया गया. और सीनियर एसपी हृदयकांत के निर्देश पर एसपी सिटी की निगरानी में विशेष टीम का गठन किया गया. जिसका नेतृत्व सिटी डीएसपी 1 अजय कुमार चौधरी को सौंपा गया. टीम तकनीकी साक्ष्य और मानवीय सूचना के आधार पर बांका के कटोरिया थाना पहुंची. बेलहर एसडीपीओ और कटोरिया थानाध्यक्ष और उनकी टीम को साथ लेकर भागलपुर पुलिस की टीम उस जगह पर पहुंची जहां पर अपराधियों ने पैसे लेकर बुलाया था. झारखंड स्थित देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र में यह जगह था जहां टीम पहुंची.
अपहृत का परिजन बनकर पैसे लेकर पहुंची पुलिस
टीम में मौजूद पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को चार हिस्सों में बांटा गया. और तीन प्लान बनाया गया. प्लान ए के तहत पहली कार्रवाई करते हुए कुछ पुलिस पदाधिकारी को अपहृत का परिजन बताकर पैसे लेकर भेजा गया. जैसे ही टीम अपहरणकर्ताओं के पास पहुंची उन्हें किसी प्रकार का संदेह हुआ और भनक लगते ही वे लोग भागने लगे. करीब 20 किलोमीटर तक खदेड़ने के बाद अपहरणकर्ताओं की गाड़ी एक जंगल में नहरनुमा नाले में जाकर फंस गयी. जहां अपराधियों ने अपहृत पर हथियार भी तान दिया. लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई देखकर अपराधी अपहृत को और अपनी गाड़ी को वहीं छोड़ भाग खड़े हुए. अपहरणकर्ताओं की पहचान करके एक विशेष टीम को उनकी गिरफ्तारी के लिए लगाया गया है.
एक सप्ताह पूर्व भी किया गया था अपहरण का प्रयास
सिटी एसपी ने बताया कि सिटी एसपी ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने साजिश के तहत लोन लेने और वेरिफिकेशन का झांसा देकर फाइनेंसकर्मी राजीव रंजन शर्मा को बुलाया था. वहीं एक सप्ताह पूर्व भी अपहरणकर्ताओं ने राजीव रंजन शर्मा के अपहरण की योजना बनायी थी. पर राजीव रंजन शर्मा को किसी प्रकार का काम आ गया. जिसकी वजह से वह अपहरणकर्ताओं के चंगुल में नहीं फंसे थे.