Bihar: भागलपुर पुलिस को शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए स्पीड बोट की जरुरत, मुख्यालय से की मांग
भागलपुर पुलिस को शराबबंदी अभियान को चलाने में संसाधनों की कमी महसूस हो रही है और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. एसएसपी बाबू राम ने मुख्यालय को पत्र लिखा है. तस्करी व निगरानी को लेकर संसाधन मांगे हैं.
अंकित आनंद, भागलपुर: मद्य निषेध अधिनियम के तहत भागलपुर पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है. पर कहीं न कहीं संसाधनों की कमी की वजह से पुलिस बेहतर तरीके से शराबबंदी अभियान को चलाने में मुश्किलों का सामना कर रही है. कुछ माह पूर्व ही शराब पीने से हो रही मौतों के मामले उजागर होने के बाद भागलपुर पुलिस ने दो चक्का, चार चक्का वाहन सहित कई अन्य संसाधनों की मांग की थी. काफी हद तक उक्त संसाधनों को मद्य निषेध विभाग द्वारा भागलपुर पुलिस को मुहैया कराया गया है.
विगत दिनों भागलपुर एसएसपी द्वारा की गयी समीक्षा में पाया गया कि भागलपुर शहरी अनुमंडल के नाथनगर स्थित दियारा क्षेत्रों में शराब तस्करी, भंडारण, निर्माण आदि अवैध कारोबार धड़ल्ले से हो रहे हैं. इस पर लगाम लगाने को लेकर भागलपुर एसएसपी ने पुलिस मुख्यालय से नदी पर निगरानी रखने के लिये शहरी अनुमंडल पुलिस को दो स्पीड बोट मुहैया कराने की मांग की है.
भागलपुर एसएसपी की ओर से पुलिस मुख्यालय के मद्य निषेध प्रभाग को भेजे गये पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि भागलपुर नगर क्षेत्र स्थित नाथनगर सहित कुछ अन्य क्षेत्र दियारा इलाके के अंतर्गत आते हैं. इसमें शंकरपुर, बिंदटोली, दिलदारपुर, बिंदटोली गांव गंगा नदी किनारे मौजूद हैं. उक्त जगहों पर आय दिन अवैध तरीके से शराब के निर्माण, परिवहन, भंडारण और तस्करी की सूचना मिलती रहती है
पुलिस को दुर्गम रास्तों से होकर उक्त इलाकों में गुजरना पड़ता है. इसकी वजह से तस्कर व अवैध कारोबारी पुलिस के पहुंचने से पहले ही नदी या अन्य रास्तों से फरार हो जाते हैं. ऐसे में भागलपुर नगर पुलिस के पास अगर पेट्रोलिंग स्पीड बोट की सुविधा उपलब्ध होगी तो ऐसे तस्करों और अवैध कारोबारियों पर नकेल कसने सहित गिरफ्तारी, बरामदगी आदि में काफी सहयोग मिलेगा. इसके अलावा आय दिन भागलपुर में लोगों के डूबने की खबरें आती है, इसके अलावा पर्व-त्योहारों के दौरान गंगा घाटों पर नजर रखने में भी स्पीड बोट से काफी सहयोग मिलेगा.
Published By: Thakur Shaktilochan