भागलपुर में दवा कारोबारी के पुत्र रौनक केडिया हत्याकांड की जांच और उद्भेदन के लिए गठित एसआइटी को छह टीमों में बांटा गया है. सभी टीम को अलग-अलग कार्य मिला. पुलिस हत्या के कारणों को लेकर विभिन्न एंगल पर जांच कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस दवा कारोबारी से रंगदारी मांगे जाने, नशीली दवाओं के तस्करों द्वारा घटना को अंजाम दिये जाने, रियल इस्टेट आदि एंगल पर जांच कर रही है.
पुलिस ने रौनक का मोबाइल फोन जब्त किया
पुलिस ने रौनक का मोबाइल फोन जब्त किया है. मिली जानकारी के अनुसार देर शाम तक मोबाइल से पुलिस को कुछ खास मिला नहीं है. यह भी आशंका जतायी जा रही है कि टारगेट कोई और था पर सामने आये रौनक की हत्या कर दी गयी. हालांकि पुलिस अधिकारी किसी भी बिंदु को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार रौनक के पिता बलराम केडिया ने रियल इस्टेट में कई जगहों पर इंवेस्ट किया है.
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छह साल पूर्व भी रंगदारी के लिए दुकानदार को मारी गयी थी गोली
छह साल पूर्व 19 नवंबर 2018 को तातारपुर थाना क्षेत्र के एमपी द्विवेदी रोड (दवा पट्टी) स्थित बीएम मेडिकल एजेंसी के संचालक मुरारी झुनझुनवाला को भी अपराधियों ने दुकान में घुसकर गोली मार दी थी. उक्त मामले में रंगदारी नहीं देने पर गोली मारने की बात सामने आयी थी. जिसमें शहर के चर्चित पप्पू सोनार गिरोह के शामिल होने की बात सामने आयी थी.
दो दशक पूर्व रौनक के चचेरे भाई का हुआ था अपहरण
दो दशक पूर्व भी आत्माराम मेडिकल दुकान के संचालक आत्माराम केडिया के पोते और बलराम केडिया के बड़े भाई किशन केडिया के बेटे उमंग केडिया का फिरौती के लिए अपहरण कर लिया गया था. उस उक्त यह अपहरण कांड काफी चर्चित हुआ था. तीन लाख फिरौती देने के बाद उत्तराखंड के हल्द्वानी से उमंग को बरामद किया गया था. हालांकि पुलिस ने साहिबगंज के सकरी गली इलाके से उसकी बरामदगी की कहानी बताई थी. मामले में लोदीपुर और बरारी के यादव गिरोह के अपराधियों के शामिल होने की बात सामने आयी थी. तत्कालीन एसपी आरके मिश्रा के नेतृत्व में गठित टास्क फोर्स में एसआइ कमलेश शर्मा, आर के सिंह, दिलीप साह, नागेश्वर सिंह आदि शामिल थे.
पिता हैं कैंसर से ग्रसित, दोनों भाइयों के हाथ में था कारोबार व परिवार का दारोमदार
रौनक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार दवा कारोबारी बलराम केडिया पिछले कुछ सालों से कैंसर बीमारी से ग्रसित थे. काफी दिनों तक इलाज और ऑपरेशन कराने के बाद वह कैंसर से रिकवर हो गये थे. पर कैंसर बीमारी की वजह से उनके शरीर में काफी गिरावट आ गयी थी. वहीं पिता के बीमारी के दौरान दोनों भाई प्रतीक और रौनक पर ही कारोबार और परिवार का दारोमदार था. बलराम केडिया को एक बेटी भी है. गुरुवार को बेटी के पहुंचने के बाद ही रौनक के शव को अंतिम यात्रा के लिए ले जाया गया.