बिहार: इस गांव में 13 थाने की पुलिस कर रही कैंप, जानिए क्यों हो रहा बवाल
बिहार के नवगछिया में पिछले दो दिनों से बवाल चल रहा है.आक्रोशित लोगों ने कई घरों में आग लगा दिए हैं. 13 थाने की पुलिस यहां पर कैंप कर रही है
नवगछिया पुलिस जिला के रंगरा गांव से अपहृत महिला की हत्या के बाद पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया. हत्या की बात फैलने के बाद उग्र हुए लोगों ने हंगामा-उपद्रव किया. पुलिस पर पत्थरबाजी भी हुई. ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि देखते ही देखते पुलिस जीप सहित पांच वाहनों को फूंक दिया. वहीं देर रात दो आरोपितों के घरों में भी आग लगा दी. इससे घरों में रखा लगभग लाखों का सामान जल गया. मामले को लेकर महिला के पति के बयान पर रंगरा ओपी में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दूसरी ओर मुख्य आरोपित कारेलाल ठाकुर व सोनू ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
महिला का शव मिलने के बाद बवाल
रंगरा निवासी मनोज मंडल की पत्नी शोभा देवी शुक्रवार को सुबह 10 बजे दक्षिण ब्राह्मण टोला के कारे लाल ठाकुर के यहां दूध देने गयी थी. रविवार की सुबह कैलाश मिश्र के बासा पर महिला का शव बरामद होने से गांव के ग्रामीण आक्रोशित हो गये. आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस जीप सहित जिम्मी ठाकुर की कार व तीन मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. इस बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें पुलिस वर्दी पहने व्यक्ति गोली चला रहा है. (इस वायरल वीडियो की पुष्टि प्रभात खबर नहीं करता है.) हालांकि पुलिस के वरीय अधिकारियों ने पुलिस की ओर से गोली चलाने की बात से इनकार किया है. पूरे मामले की जांच पुलिस के वरीय अधिकारी कर रहे हैं. पुलिस के बयान पर वाहन में आग लगाने के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
महिला के शरीर पर कई जगह देखे गये जख्म के निशान
मृत महिला के शरीर के कई हिस्सों में जख्म के निशान हैं. चेहरे पर चोट के काले निशान, अंगुली में खरोंच के चिन्ह भी हैं. नाक व कान से खून बहने की बात भी परिजनों ने पुलिस को बतायी है. कमर के नीचे भी जख्म के निशान परिजनों को दिखे हैं. आशंका जतायी जा रही है कि पहले महिला के साथ दुराचार हुआ और फिर उसकी हत्या कर दी गयी है. परिजनों का कहना है कि महिला पूरी ताकत लगा कर आरोपितों से लड़ी, जिसके कारण जगह-जगह काले निशान शरीर पर पड़ गये. हालांकि पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ भी स्पष्ट कहा जा सकता है.
एसपी सहित कई थानों की पुलिस पहुंची
सूचना पाकर नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा, अनुमंडल पदाधिकारी उत्तम कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश, नवगछिया थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह, रंगरा ओपी प्रभारी सुजीत वारसी, भवानीपुर ओपी प्रभारी महेश कुमार, खरीक थानाध्यक्ष नरेश कुमार, बिहपुर थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर, इस्माइलपुर थानाध्यक्ष अमोद कुमार, मिथिलेश कुमार, रंगरा ओपी के तत्कालीन ओपी प्रभारी बिट्टु कुमार कमल मौके पर पहुंचे थे. लोगों का आरोप है कि उपद्रव को शांत करने के लिए पुलिस ने हवा में दो दर्जन से अधिक गोली फायर की. हालांकि वरीय अधिकारी इससे इनकार कर रहे हैं.
पति ने कहा, सूचना देने के बाद भी पुलिस ने नहीं उठाया कोई कदम
मृतक महिला के पति मनोज मंडल का कहना है कि मेरी पत्नी कारे लाल ठाकुर के घर दूध देने गयी थी. वहां से वह घर वापस नहीं लौटी. इस संबंध में पुलिस को घटना की जानकारी दी गयी, लेकिन पुलिस ने ठीक से जांच-पड़ताल नहीं की. हमलोगों को पूरा अंदेशा था कि मेरी पत्नी कारे लाल ठाकुर के घर में ही है, लेकिन पुलिस ने कोई भी कदम नहीं उठाया. सुबह में भी हम लोगों ने हत्या की सूचना दी, तो पुलिस काफी देर से पहुंची. इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गये और पुलिस को शव उठाने नहीं दिया. एसडीओ व एसडीपीओ ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया. शव को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल नवगछिया पहुंचाया.
आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपित कारे लाल ठाकुर के घर में आग लगा दी
आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपित कारे लाल ठाकुर व जिम्मी ठाकुर के घर में आग लगा दी. जिम्मी ठाकुर के घर में रखा फ्रीज, टेबल, कुर्सी, अनाज रखने वाला सामान आदि सब जल गया. घर के सभी जरूरी सामान जल गये. दोनों आरोपितों के घर लाखों रुपये के सामान जलने की आशंका है.
आरोपी गिरफ्तार, पुलिस कैंप कर रही है
प्रथम दृष्टया एसएचओ की लापरवाही नजर आ रही है. जिस दिन घटना रिपोर्ट हुई थी उसने कार्रवाई नहीं की. उक्त सूचना का सत्यापन नहीं किया गया. शव मिलने के बाद जब पुलिस पहुंची तो विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हुई. नवगछिया एसपी पूरे मामले को संजीदगी से देख रहे हैं. जिस व्यक्ति पर आरोप लगाया जा रहा है उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है. विधि व्यवस्था के दौरान किस तरह से निबटा गया और क्या कुछ बातें सामने आयी है इसकी समीक्षा की जा रही है. फायरिंग की घटना को लेकर एसपी से रिपोर्ट मांगा गया है. वह अपने स्तर से मामले की जांच कर रहे हैं.
–विवेकानंद, डीआइजी, पूर्वी प्रक्षेत्र, भागलपुर