Bihar: गंगाजल फिल्म की तरह आधी रात बिना वर्दी निकले SSP, दारोगा ने लगा दी बीच रोड़ फटकार,उसके बाद…
भागलपुर के नये एसएसपी बाबू राम आधी रात को शहर और थानों का भ्रमण करने निकल गये. आधी रात को सादे पोशाक में पुलिस कप्तान निकले तो उन्हें पुलिस पदाधिकारी ही नहीं पहचान पाए और भागलपुर में गंगाजल फिल्म वाला दृश्य देखने को मिला...
हिंदी सिनेमा गंगाजल तो आपने देखा ही होगा. इस फिल्म में एक सीन है जिसमें एसपी अमित कुमार (अजय देवगन) सादी पोशाक में दारोगा मंगनी राम के सामने पहुंचे और वाहन चेकिंग से जुड़े सवाल किया तो दारोगा ने एसपी को ही फटकार लगाना शुरू कर दिया और अंदर कर देने की चेतावनी दे दी थी. बाद में जब असलियत पता चला तो ‘भारी मिस्टेक हो गया साहेब….’ मुंह से निकला. ऐसा ही नजारा भागलपुर में दिखा जब नये एसएसपी बाबू राम खुद फरियादी बनकर आधी रात पुलिस के पास पहुंचे.
भागलपुर को हाल में ही नया पुलिस कप्तान मिला है. आईपीएस अधिकारी बाबू राम यहां एसएसपी बनकर आए हैं. पद संभालते ही एसएसपी एक्शन में हैं. देर रात थानों के हाल व क्षेत्र में गश्ती पार्टी की कार्रवाई का जायजा लेने के लिये रविवार देर रात एसएसपी खुद ही शहर में निकले. कुछ थानों की कार्रवाई देख वह गदगद हो गये तो कुछ थानों में उनकी शिकायत पर उल्टा उन्हें ही थानेदार समझाने लगे.
भागलपुर में आधी रात को सादे लिवास में थानों का भ्रमण करने निकले एसएसपी बाबू राम जब जोगसर ओपी पहुंचे. जहां मौजूद रात्रि ओडी पदाधिकारी से उनकी बाइक चोरी होने की शिकायत की. यह सुन ओडी पदाधिकारी तमतमा उठे और उल्टा एसएसपी को ही कानून का पाठ पढ़ाने लगे. उन्होंने गश्ती पदाधिकारी एएसआइ प्रभाष चंद पांडेय को भी मौके पर बुलाया. फिर क्या दोनों पदाधिकारियों ने मिल कर एसएसपी के साथ खराब बर्ताव किया.
एसएसपी से उलझे एक पदाधिकारी ने उन्हें मास्क हटाने को कहा. एसएसपी ने जब मास्क हटाया तो उसके बाद भी पदाधिकारी उन्हें नहीं पहचान पाये. कुछ देर तक उल्टा सीधा कहने के बाद एसएसपी के साथ मौजूद उनके गार्ड ने परिचय दिया. तो फिर क्या था पदाधिकारियों के पैरों तले जमीन खिसक गयी. वे लोग साहब से माफी मांगते रहे. एसएसपी ने अगले दिन उन्हें एसएसपी कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा और वहां से निकल गये.
रात के दौरान एसएसपी द्वारा किये गये निरीक्षण में जोगसर थाना पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट एसएसपी ने सोमवार दोपहर जोगसर थानाध्यक्ष एसआइ अजय कुमार अजनवी सहित दोषी पदाधिकारी एसआइ एचएन सिंह और एएसआइ प्रभाष चंद्र पांडेय को तलब किया. एसएसपी के समक्ष पहुंचने के बाद दोषी पदाधिकारियो का पसीना रुकने का नाम नहीं ले रहा था.
इधर एसएसपी ने पहले उन्हें जम कर फटकार लगायी और फिर उन्हें आखिरी चेतावनी दी कि आगे से अगर फरियादियों व पब्लिक से गलत तरीके से बर्ताव करते पाये गये तो वे लोग पुलिस जिला के अन्य पदाधिकारियों और कर्मियों के लिये सबक बन जायेंगे. उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा गया. साथ ही थानाध्यक्ष को एसएसपी ने उनके अधीन पदाधिकारियों और कर्मियों को पब्लिक के साथ अच्छा बर्ताव करने की सलाह देने की हिदायत दी.
Posted By: Thakur Shaktilochan