Bhagalpur: मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. राजधानी पटना की बेउर जेल में बुधवार को हुई छापेमारी में मिले मोबाइल समेत अन्य प्रतिबंधित सामान ने राजद विधायक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. माना जा रहा है कि अनंत सिंह को सूबे के दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. इधर, भागलपुर के कैंप या सेंट्रल जेल में अनंत सिंह के लाये जाने की सुगबुगाहट तेज हो गयी है. हालांकि, अभी तक जेल प्रशासन को कोई निर्देश नहीं मिला है.
बेउर जेल में अनंत सिंह के वार्ड में नौ सेवादार तैनात थे. इसके बावजूद मोबाइल समेत अन्य आपत्तिजन सामान की बरामदगी के बाद वार्डन को निलंबित कर दिया गया है. वहीं, बेउर जेल के अधीक्षक को नोटिस जारी किया गया है. प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक और मामला दर्ज करने की बात कही है.
बेउर जेल में छापेमारी के बाद अधिकारियों ने कहा था कि कुछ बंदियों को दूसरी जेलों में भेजा जा सकता है. संभावना जतायी जा रही है कि राजद विधायक अनंत सिंह को एक बार फिर भागलपुर जेल भेजा जा सकता है. मालूम हो कि अनंत सिंह को साल 2015 और साल 2019 में भागलपुर कैंप जेल के तृतीय खंड में रखा जा चुका है.
भागलपुर कैंप जेल का तृतीय खंड को उच्च सुरक्षा सेल माना जाता है. यहां बड़े और खूंखार कैदियों को रखा जाता है. इस खंड के कैदियों को बाहर निकलने नहीं दिया जाता है. ना ही रोज मुलाकात करना संभव है. साथ ही मुलाकात के लिए पहचानपत्र भी जरूरी होता है.
बेउर जेल से अनंत सिंह को अगर पटना के बेउर जेल से भागलपुर लाया जाता है, तो यह बड़ा झटका माना जा सकता है. मालूम हो कि राजद विधायक अनंत सिंह के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट में कई मामलों की सुनवाई चल रही है. ऐसे में अनंत सिंह को बेउर जेल से दूसरी जगह पर ले जाने का मामला कोर्ट की अनुमति पर भी निर्भर करेगा.