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Bhagalpur: यूको बैंक ने ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर की पत्नी के लोन डिफॉल्टर होने पर किया जमीन पर कब्जा

Bhagalpur: यूको बैंक ने ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर की पत्नी श्वेता घोष के व्यवसायिक प्रतिष्ठान मेसर्स जूपिटर मार्बल की खाली पड़ी जमीन पर सांकेतिक अधिग्रहण किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2022 8:56 PM

Bhagalpur: यूको बैंक ने ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर की पत्नी श्वेता घोष के व्यवसायिक प्रतिष्ठान मेसर्स जूपिटर मार्बल की खाली पड़ी जमीन पर सांकेतिक अधिग्रहण किया है. साथ ही कहा है कि यदि सात दिनों के अंदर पार्टी वन टाइम पेमेंट नहीं करती है, तो बैंक की ओर से फिजिकल पोजिशन ले लिया जायेगा. बैंक ने यह कार्रवाई शहर के मेसर्स जूपिटर मार्बल की प्रोपराइटर श्वेता घोष द्वारा यूको बैंक का लोन नहीं चुकाने पर की है.

यूको बैंक ने किया 981.42 वर्ग फीट खाली जमीन पर कब्जा

जानकारी के मुताबिक, यूको बैंक ने भागलपुर के मेसर्स जूपिटर मार्बल की प्रोपराइटर श्वेता घोष की 981.42 वर्ग फीट खाली जमीन पर प्रशासनिक पदाधिकारी की मौजूदगी में सोमवार को कब्जा (सांकेतिक अधिग्रहण) कर लिया. यह जमीन वेराइटी चौक के नजदीक सूजागंज राय बहादुर देवी प्रसाद ढनढनियां लेन पर है. प्रोपराइटर श्वेता घोष पुरुषोत्तम घोष की पत्नी है. बताया जाता है कि पुरुषोत्तम घोष बिहार ग्रामीण बैंक की सबौर शाखा के मैनेजर रह चुके हैं. वर्तमान में वह बेगूसराय में ग्रामीण बैंक के रीजनल मैनेजर हैं.

28 लाख 88 हजार 795 रुपये का यूको बैंक पर है बकाया

मेसर्स जूपिटर मार्बल पर लोन की बकाया राशि 28 लाख 88 हजार 795 रुपये है. यूको बैंक के मैनेजर प्रवीण कुमार ने बताया कि मेसर्स जूपिटर मार्बल की प्रोपराइटर श्वेता घोष द्वारा लोन की राशि नहीं चुकाने के कारण यूको बैंक की तिलकामांझी शाखा ने सरफेसी एक्ट के तहत कार्रवाई की है. उन्होंने बताया कि जमीन बैंक के पास बंधक था. बैंक ने मेसर्स जूपिटर मार्बल की परिसंपत्ति के संबंध में किसी प्रकार की खरीद-बिक्री बैंक की अनुमति के बिना गैरकानूनी होने का बोर्ड लगा दिया है. इस कार्रवाई के दौरान डिप्टी जोनल हेड निरुपम राय, वरिष्ठ प्रबंधक शरतचंद्र, रिकवरी प्रबंधक रमेश कुमार, शाखा प्रबंधक प्रवीण कुमार, यूको बैंक के लीगल एडवाइजर अधिवक्ता केशव झा व अन्य थे.

सात दिनों के बाद जमीन की नीलामी करेगा बैंक

यूको बैंक के तिलकामांझी शाखा के प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया कि नोटिस की अवधि से काफी ज्यादा दिन बीत चुके हैं. इस कारण अभी सांकेतिक अधिग्रहण किया गया है. सात दिनों के बाद फिजिकल पोजिशन लिया जायेगा और संपत्ति की बिक्री की जायेगी. साथ ही कहा कि फिजिकल पोजिशन नहीं भी लिया गया, तो जमीन बेचकर वसूली की जायेगी. इन सातों के अंदर अगर पार्टी वन टाइम पेमेंट कर देती है, तो कार्रवाई रोकी जा सकती है.

पिछले साल अगस्त माह में घोषित किया गया डिफॉल्टर

यूको बैंक के अधिकारी ने बताया कि 11 दिसंबर, 2012 को मेसर्स जूपिटर के नाम 31 लाख के लोन के लिए सीसी अकाउंट स्वीकृत किया गया था. सीसी अकाउंट से सभी राशि की निकासी नहीं की गयी. मगर, जितनी की गयी है, उसमें ब्याज समेत 28 लाख 88 हजार 795 रुपये का लोन बकाया है. 29 अगस्त, 2021 को डिफॉल्टर होने के बाद बकाया लोन राशि की वसूली के लिए 10 जनवरी, 2022 को नोटिस दी गयी. नोटिस पीरियड 60 दिनों की थी. इसके बावजूद उनकी ओर से लोन की राशि जमा नहीं की गयी. इसके बाद सांकेतिक अधिग्रहण किया गया है.

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