Bihar Weather: भागलपुर में कब से पड़ेगी कड़ाके की ठंड? दुनिया के टॉप 10 प्रदूषित शहरों में सिल्क सिटी भी शामिल
Bihar Weather: बिहार में ठंड का असर अब बढ़ रहा है. भागलपुर में कोहरे का असर अधिक दिखने लगा है. दुनिया के 10 प्रदूषित शहरों में भागलपुर भी शामिल है. जानिए वेदर रिपोर्ट...
Bihar Weather: बिहार में ठंड का असर अब दिखने लगा है. वहीं बंगाल की खाड़ी में उठे फेंगल तूफान से भी बिहार का मौसम प्रभावित होगा. भागलपुर में बुधवार और गुरुवार को भी सुबह धुंध का असर दिखा है. गुरुवार को सुबह 8 बजे के बाद भी पूरा शहर कोहरे की चादर में लिपटा दिखा. कोहरे की वजह से एकतरफ जहां वाहनों की रफ्तार में ब्रेक लगी है तो दूसरी तरफ ठंड में भी इजाफा हुआ है. शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति भी बेहद खराब रही और बुधवार को दुनियां का 10वां सबसे प्रदूषित शहर भागलपुर रहा.
भागलपुर में कोहरे की चादर बिछी
भागलपुर जिले में ठंड का असर तेजी से बढ़ रहा है. बुधवार की सुबह हवा में नमी की मात्रा 86 प्रतिशत रही जिसकी वजह से धुंध का असर दिखा. वहीं सुबह से लेकर शाम तक लोगों को ठंड का एहसास होता रहा. गुरुवार की सुबह भी कोहरे की चादर पूरी तरह से बिछी रहा. बुधवार की अपेक्षा गुरुवार की सुबह अधिक धुंध छाया रहा. ग्रामीण इलाकों से लेकर बीच भागलपुर शहर में घना कोहरा दिखा है.
मौसम विभाग ने दी जानकारी…
मौसम विभाग के अनुसार, भागलपुर में अभी ठंड का असर बढ़ेगा. पश्चिमी विक्षोभ और फेंगल तूफान का भी असर दिखेगा. मौसम मामले के जानकार बताते हैं कि पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी इसबार समय पर हो रही है जिससे इसबार ठंड लंबा खिंचेगा, ऐसे आसार हैं.
भागलपुर में कब से पड़ेगी कड़ाके की ठंड?
आइएमडी का कहना है कि दो दिनों के बाद से बंगाल की खाड़ी में चल रही पुरवैया की वजह से जेट स्ट्रीम हवा कमजोर होगी और इससे धुंध की मार कमने के आसार हैं. वहीं भागलपुर समेत पूरे बिहार में करीब एक हफ्ते से अधिक समय के बाद ही कड़ाके की ठंड का असर दिखेगा.
दुनिया का 10वां सबसे प्रदूषित शहर भागलपुर
इधर, भागलपुर शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खतरनाक होती जा रही है. बुधवार को हवा का अधिकतम एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआइ औसतन 336 रहा. दुनिया के प्रदूषित शहरों में भागलपुर का स्थान 10वां रहा. हवा में सूक्ष्म धूलकण की मात्रा बढ़ने से प्रदूषण बढ़ा. जबकि कार्बन मोनोऑक्साइड व सल्फर डायऑक्साइड जैसे जहरीले तत्व कम रहे. पछिया हवा के साथ गंगा नदी से उड़ती धूल भारी मात्रा में शहर में आ रही है. निर्माणाधीन फोरलेन सड़क व बाइपास सड़क पर धूल की भरमार है.