भागलपुर में मॉनसून : जून से सितंबर तक 26 प्रतिशत कम बारिश

- एक जून से 30 सितंबर तक जिले में 970.2 मिमी की बजाय 717.5 मिमी बारिश हुई- पिछले साल अक्तूबर के पहले सप्ताह में 171 मिलीमीटर बारिश हुई थी- जून, जुलाई व अगस्त में कम और सितंबर में सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक बारिश

By Prabhat Khabar News Desk | October 1, 2024 9:12 PM

– भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार देश में एक जून से 30 सितंबर तक की औसत अवधि में मॉनसून एक्टिव रहता है. इस वर्ष मॉनसून केरल तट पर 31 मई को पहुंचा था. इसके बाद बंगाल की खाड़ी व नॉर्थइस्ट होकर मॉनसून 27 जून को भागलपुर पहुंचा था. 107 दिनों तक जिले में मॉनसून की सक्रियता की संभावना है. मॉनसून के भागलपुर जिले से विदाई की संभावित तिथि 10 अक्तूबर है. जबकि 2023 में भागलपुर से मॉनसून 13 अक्तूबर तक लाैटा था. बीएयू सबौर के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा की वैज्ञानिक डॉ नेहा पारिक ने बताया कि इस वर्ष अब तक जिले में 26 प्रतिशत कम बारिश हुई है. एक जून से 30 सितंबर तक जिले में 717.5 मिलीमीटर बारिश हुई. जबकि 970.2 मिमी बारिश होनी चाहिए. हालांकि सिर्फ सितंबर में 10 प्रतिशत अधिक बारिश हुई. इससे पिछले तीन माह की कमी की भरपायी नहीं हो पायी. जून से सितंबर तक कुल 252.7 मिमी कम बारिश का असर जिले में धान की खेती पर आंशिक रूप से ही पड़ा है. जिले के 99 प्रतिशत खेतों में धान की रोपनी हो चुकी है. मॉनसून के लौटने में अभी से 10 से 12 दिन शेष है. इस अवधि में बारिश होने से आंकड़े में सुधार हो सकता है. 2023 में एक से 10 अक्तूबर के बीच भागलपुर में 171 मिलीमीटर बारिश हो गयी थी. दो से छह अक्तूबर के बीच हल्की बारिश की संभावना जिले में मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा. सुबह में हवा में नमी की मात्रा 86 प्रतिशत रही. 4.5 किमी/घंटा की गति से पूर्वा हवा चलती रही. आसमान में बादलों की आवाजाही के बावजूद कहीं बारिश नहीं हुई. दो से छह अक्तूबर के दौरान एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है. इस अवधि में आसमान में हल्के बादल रहने का अनुमान है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 32 से 35 डिग्री व न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है. सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 90 से 95 प्रतिशत व दोपहर में 45 से 50 प्रतिशत रह सकती है. इस दौरान 10-14 किमी/घंटा की गति से अगले दो दिन पछिया, उसके बाद पूर्वा हवा चल सकती है. किसानों के लिए सलाह : धान की फसल जो दुग्धावस्था में आ गयी हो उसमें गंधी बग कीट की निगरानी करें. अरहर की फसल में निकायी-गुरायी व बछनी करें. जून-जुलाई में बोयी गयी अरहर में कीट का निरीक्षण करें. बैगन की तैयार पौध की रोपाई करें. पशुओं को खनिज मिश्रण 50 ग्राम से 60 ग्राम प्रतिदिन दें. इससे पशु की दुग्ध उत्पादन और शारीरिक क्षमता बनी रहें. ——————————– महीना – वास्तविक बारिश – अनुमानित बारिश जून – 65 मिमी – 179.5 मिमी जुलाई – 230 मिमी – 310.7 मिमी अगस्त – 241.4 मिमी – 260.3 मिमी सितंबर – 242 मिमी – 219.7 मिमी —————————— – एक जून से 30 सितंबर तक जिले में 970.2 मिमी की बजाय 717.5 मिमी बारिश हुई – पिछले साल अक्तूबर के पहले सप्ताह में 171 मिलीमीटर बारिश हुई थी – जून, जुलाई व अगस्त में कम और सितंबर में सामान्य से 10 प्रतिशत अधिक बारिश

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version