भगीरथ ने पूर्वजों के तप को बढ़ाया आगे, गंगा को धरती पर लेकर आये
भगीरथ ने पूर्वजों के तप को आगे बढ़ाया. भगीरथ के तप से धरती पर आयीं. उक्त बातें उत्तराखंड के चित्रकूट धाम से पधारे कन्नौज के पीठाधीश्वर अतुलेशानंद जी महाराज ने
भगीरथ ने पूर्वजों के तप को आगे बढ़ाया. भगीरथ के तप से धरती पर आयीं. उक्त बातें उत्तराखंड के चित्रकूट धाम से पधारे कन्नौज के पीठाधीश्वर अतुलेशानंद जी महाराज ने बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में नौ दिवसीय मानस सद्भावना सम्मेलन के सातवें दिन रविवार को प्रवचन के दौरान कही. उन्होंने कहा कि भगवान महादेव ने विष को इसलिए गले में धारण कर लिया, क्योंकि उनके हृदय में उसे रोकनेवाले भगवान राम का मंत्र था. कथावाचक ऋषिकेश पांडेय, प्रो आशा ओझा, रामेश्वर उपाध्याय, नीलम शास्त्री आदि ने भी प्रवचन किया. प्रवचन के दौरान गुरुद्वारा कमेटी के भाई संजय सिंह ने भजन प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि नाथनगर के पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत मंडल थे. विशिष्ट अतिथि पूर्व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्रवण बाजोरिया थे. मंच का संचालन सचिव प्रमोद मिश्रा ने किया. अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष मृत्युंजय प्रसाद सिंह ने किया. इस मौके पर कोषाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार सिन्हा, महामंत्री श्वेता सिंह, सचिव प्रमोद मिश्रा, सुनील चटर्जी, संयोजक हरि किशोर सिंह कर्ण, रत्नाकर झा, प्रणब दास, महेश राय, सुष्मिता दुबे, सौरभ मिश्रा, महारुद्र मिश्रा, बालमुकुंद, घनश्याम प्रसाद आदि उपस्थित थे.
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