आइफ्लू से पीड़ित हैं तो परिवार से बनाये रखे दूरी

आइफ्लू से पीड़ित हैं तो परिवार से बनाये रखे दूरी

By Prabhat Khabar News Desk | August 7, 2024 9:00 PM

– मायागंज अस्पताल के ओपीडी में रोजाना इलाज के लिए आ रहे मरीज वरीय संवाददाता, भागलपुर बारिश के मौसम में हर तरह के संक्रमण का खतरा बना रहता है. तेजी से पनप रहे सूक्ष्मजीव शरीर के सबसे नाजुके हिस्से पर अटैक करते हैं. इनमें से आंख सबसे अधिक संक्रमण की चपेट में आते हैं. इन दिनों संक्रमण के कारण लोग आइफ्लू बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं. इस कारण लोगों की आंखों में सूजन आ जाती है. आंख में लालिमा के साथ जलन होने लगती है. आंखों से पानी भी लगातार टपकता रहता है. कई मरीजों की आंख में सूजन इतनी बढ़ जाती है कि कुछ भी देखने में दिक्कत होने लगती है. इन दिनों मायागंज व सदर अस्पताल में आइफ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. मरीजों को जांच के बाद दवा व आइड्रॉप दिये जा रहे हैं. मायागंज अस्पताल के नेत्ररोग विभाग की एचओडी डॉ पम्मी राय ने बताया कि आइफ्लू के मरीजों को दवा के साथ साथ कई सलाह भी दी जा रही है. मरीज अपने आंखों को बार-बार न छुएं. आंखों को छूने के लिए साफ रूई का इस्तेमाल कर इसे फेंक दें. अपने घर के लोगों से दूरी बनाकर रखें. घर में अपने तौलिये, रूमाल, मोबाइल समेत अन्य सामान को दूसरों को न छूने दें. इससे संक्रमण फैलने की आशंका रहती है. देखने से नहीं फैलता है आइफ्लू का वायरस : डॉ पम्मी राय ने बताया कि फिलहाल इलाके में आइफ्लू की शुरुआत हुई है. इसकी रिपोर्ट नियमित रूप से राज्य स्वास्थ्य समिति को दी जा रही है. अगर लोग सतर्क नहीं हुए तो यह बड़ी आबादी को संक्रमित कर सकता है. गांव देहात में आइफ्लू को आंख आना भी कहा जाता है. इसके अधिकतर मामले एडेनो वायरस के कारण होते हैं. यह बीमारी देखने से नहीं फैलती है. अगर हाथ में आइफ्लू का वायरस लग जाये और इस हाथ से हम अपने आंखों को टच करें तो संक्रमण की आशंका बनी रहती है. इस बीमारी की चपेट में आने के बाद डॉक्टर से सलाह लें.

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