‘यह आत्महत्या है या हत्या?’ भोजपुरी अभिनेत्री अमृता पांडे की मौत ने भागलपुर पुलिस को भी उलझाया
भोजपुरी अभिनेत्री अमृता पांडे की मौत की गुत्थी अब उलझ चुकी है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने सबको हैरानी में डाल दिया है.
भागलपुर के जोगसर थाना अंतर्गत आदमपुर जहाज घाट स्थित दिव्य अपार्टमेंट में हुई भोजपुरी अभिनेत्री अमृता पांडे की संदेहास्पद मौत मामले में पुलिस दो राह पर खड़ी है. अब एक्सपर्ट लोगों की राय शुमारी होगी, फिर पुलिस किसी निष्कर्ष पर पहुंचेगी. मालूम हो कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्ट्रैंगुलेशन की बात सीधे तौर पर हत्या की ओर इशारा कर रहा है. जबकि पुलिस शुरू से ही इस मामले को आत्महत्या के रूप में देख रही है. 27 अप्रैल को मामला सामने आने के बाद पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. विधि विज्ञान प्रयोगशाला ने भी अमृता की मौत का कारण हैंगिंग बताया, तो दूसरी तरफ परिजनों के बयान और सभी प्रकार की परिस्थिति व साक्ष्य आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रहे थे.
दिन के दो बजे के आस पास टूटी है अमृता की सांसें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया है कि अमृता की मृत्यु 27 अप्रैल को दिन के दो बजे के आसपास हुई है. परिजन भी ऐसा ही बता रहे थे. घटना के दिन भी परिजन घटना का समय दो बजे के आसपास ही बता रहे थे. परिजनों का कहना था कि हेंगिंग की स्थिति में जब उनलोगों ने अमृता को देखा तो उसे लेकर स्थानीय अस्पताल पहुंचे. जहां उसे मृत घोषित किया गया. जिसके बाद वे लोग अमृता के शव को लेकर घर आ गये. फिर पुलिस को सूचना दी गयी और पुलिस ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की.
बहन मेरी है, पुलिस को वे लोग पूर्ण सहयोग करेंगे, ठीक से जांच करे
अमृता की बड़ी बहन रीना एक बार फिर से मीडिया कर्मियों के सामने आयी. उसने कहा कि बहन मेरी है. बीमारी की वजह से वह परेशान रहती थी. मुंबई में भी दो बार आत्महत्या का प्रयास की थी. यहां भी वह परेशान थी. उसने आत्महत्या कर ली है. पुलिस ठीक से जांच करे, सच सामने आ जायेगा.
व्हाट्सएप स्टेटस बयां कर रहा है कुछ और कहानी
घटना से महज तीन-चार घंटे पहले सुबह 10.16 बजे अमृता ने अपना व्हाट्सऐप स्टेटस अपडेट किया था. जिसमें लिखा था, दो नाव पर थी उसकी जिंदगी, हमने अपनी नाव डुबा कर उसका सफर आसान कर दिया. यहां सवाल उठता है कि दो नाव पर किसकी जिंदगी थी. अमृता ने अपनी नाव को डुबा कर किसके सफर को आसान बना दिया ?
कलाकारों की मांग, जो भी हैं जिम्मेदार मिले उसे सजा
भागलपुर के कई कलाकारों के साथ अमृता काम कर चुकी थी. कद काठी सामान्य होने के बाद भी अच्छी एक्टिंग की वजह से अमृता ने छोटे शहर से निकल कर भोजपुरी, वेव सिरीज, धारावाहिकों में अपनी जगह बनायी. जानकार बताते हैं कि अमृता को काम की कमी नहीं थी. हां वह परेशान जरूर रहती थी. कलाकरों ने बताया कि पुलिस मामले की ठीक से जांच करे. मामला हत्या का है तो दोषी पर कड़ी कार्रवाई हो, अगर मामला आत्महत्या का है तो निश्चित रूप से कोई न कोई अमृता का करीबी उसकी मौत का जिम्मेदार है. पुलिस उसे छोड़े नहीं. असमय ही भागलपुर ने एक होनहार और प्रतिभाशाली कलाकार को खो दिया है जो बहुत दुखद है.
कहते हैं एसएसपी
भागलपुर के एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि एफएसएल और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में कंट्राडिक्शन है. फोरेंसिक साइंस के एचओडी से आग्रह किया गया है कि एक पैनल बना कर मामले का विश्लेषण कर लिया जाय और एक पूरक मंतव्य दिया जाय कि यह आत्महत्या है या हत्या है. मामले में सिटी एसपी के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन किया गया है. पुलिस सभी बिंदुओं पर मामले की जांच कर रही है.