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सिल्क सिटी का एनएच अब नहीं कहलायेगा लाइफलाइन, एनएच विभाग ने पीडब्ल्यूडी को किया हैंडओवर, 37 करोड़ से सुधरेगी हालत

सिल्क सिटी से होकर गुजरने वाली एनएच 80 की सड़क अब शहर की लाइफलाइन नहीं कहलायेगी. दोगच्छी से जीरोमाइल तक इस हाइवे को एनएच विभाग ने पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दिया है. यानी, एनएच और पीडब्ल्यूडी के बीच हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. इधर, पीडब्ल्यूडी के खाते में आयी हाइवे की हालत में सुधार के लिए विभाग ने कार्य योजना भी तैयार कर लिया है. सेंट्रल रिलीफ फंड से सड़क की हालत सुधारी जायेगी. एस्टिमेट स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 11, 2020 7:57 AM

सिल्क सिटी से होकर गुजरने वाली एनएच 80 की सड़क अब शहर की लाइफलाइन नहीं कहलायेगी. दोगच्छी से जीरोमाइल तक इस हाइवे को एनएच विभाग ने पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दिया है. यानी, एनएच और पीडब्ल्यूडी के बीच हैंडओवर-टेकओवर की प्रक्रिया पूरी हो गयी है. इधर, पीडब्ल्यूडी के खाते में आयी हाइवे की हालत में सुधार के लिए विभाग ने कार्य योजना भी तैयार कर लिया है. सेंट्रल रिलीफ फंड से सड़क की हालत सुधारी जायेगी. एस्टिमेट स्वीकृति के लिए भेज दिया गया है.

नये साल में होगा निर्माण

नये साल में दोगच्छी से जीरोमाइल तक हाइवे (अब पीडब्ल्यूडी रोड) का निर्माण होगा. इससे पहले सात किमी लंबी सड़क का निर्माण पांच साल पहले 10.59 करोड़ से हुआ था. इसके बाद भी सड़क पर साढ़े दस करोड़ के करीब राशि खर्च की गयी थी, लेकिन सड़क की हालत नहीं सुधरी. इस बीच बाइपास बनकर तैयार हो गया. दोगच्छी से शुरू होकर जीरोमाइल तक 16.73 किमी बाइपास की कनेक्टिविटी एनएच से हो गयी. इसके बाद से एनएच के लिए शहर की सड़क महत्वपूर्ण नहीं रह गया. इस कारणवश से पीडब्ल्यूडी को हैंडओवर कर दिया गया है.

जिरोमाइल टू मिर्जाचौकी : एस्टिमेट बनकर तैयार, स्वीकृति के लिए जल्द भेजेगा मिनिस्ट्री

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, नयी दिल्ली से स्वीकृत 971 करोड़ के प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इस प्रोजेक्ट से मुंगेर से मिजौचौकी के बीच दो भागों में कंक्रीट का रोड बनेगा. इसमें शहरी पार्ट को छोड़ कर मुंगेर से दोगच्छी और जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक रोड को शामिल किया गया है. अभी सबसे खराब भाग जीरोमाइल से मिर्जाचौकी है. इस कारण पहले इस भाग का निर्माण कराया जायेगा. एस्टिमेट बनकर तैयार है और अब जल्द ही मंत्रालय में स्वीकृति के लिए भेजा जायेगा. ट्रांसटेक नाम डीपीआर कंसल्टेंट एजेंसी ने एस्टिमेट बनाया है.

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दोगच्छी से चंपानाला तक रोड बनाने की पहल करेगा एनएच विभाग

ऐसे तो दोगच्छी से जीरोमाइल रोड पीडब्ल्यूडी को हैंड ओवर कर दिया गया है. बावजूद विभाग दोगच्छी से चंपानाला तक रोड का निर्माण एनएच के साथ कराने की पहल करेगा. मुंगेर से दोगच्छी तक फोरलेन कंक्रीट रोड निर्माण के एस्टिमेट में शामिल करने पर विचार कर रही है, दरअसल यह वह भाग है, जो शहर को अब एनएच से कनेक्ट करेगा. फोरलेन से जुड़ने पर शहर से निकलने के बाद लोगों को चौड़ी सड़क मिल सकेगी.

चंपानाला पुल के अप्रोच को दुरुस्त कराने के लिए एनएच विभाग ने ठेकेदार पर बनाया दबाव

चंपानाला पुल का अप्रोच बनने के बाद से यह दूसरी बार धंसा है. अभी तक इसे दुरुस्त नहीं किया जा सका है. मगर, अब एनएच विभाग ने इसे संज्ञान में लिया है और दयाल हाइटेक नामक कार्य एजेंसी पर मरम्मती के लिए दबाव बनाया है. एनएच विभाग के अनुसार इस बार ठोस काम होगा. यह काम इस माह के अंत तक में किया जायेगा.

एनएच 80 की रोड के शहरी भाग को पीडब्ल्यूडी विभाग को हैंडओवर किया 

एनएच 80 की रोड के शहरी भाग को पीडब्ल्यूडी विभाग को हैंडओवर कर दिया गया है. जीरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच एनएच का एस्टिमेट बनकर तैयार हो गया है. मुंगेर से दोगच्छी के बीच एनएच का एस्टिमेट बन रहा है. मगर, पहले जिरोमाइल से मिर्जाचौकी के बीच सड़क बनेगी. चंपानाला पुल के अप्रोच रोड को दुरुस्त करने के लिए ठेकेदार को बुलाया गया है. जरूरत पड़ी तो गार्ड वाल का भी निर्माण कराया जायेगा.

मनोरंजन कुमार पांडेय, कार्यपालक अभियंता

राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर

37 करोड़ का एस्टिमेट तैयार 

शहरी क्षेत्र के एनएच को टेकओवर कर लिया गया है. सेंट्रल रिलीफ फंड की योजना से निर्माण कराने के लिए 37 करोड़ का एस्टिमेट तैयार किया गया और स्वीकृति के लिए भेजा गया है. स्वीकृति मिलने के साथ टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जायेगी और दोगच्छी से जिरोमाइल तक रोड का निर्माण होगा.

नवल किशोर सिंह, कार्यपालक अभियंता

पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर

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