प्राइवेट नर्सिंग होम व क्लिनिक मरीजों के इलाज के नाम पर वसूल रहे कोरोना जांच फीस, धड़ल्ले से चल रहा है धंधा

corona news bihar: भागलपुर के निजी नर्सिंग हाेम में मरीजाें के इलाज के नाम पर कोरोना जांच(Corona test) फीस वसूली का धंधा जोरों पर है. ऑपरेशन या अन्य इलाज के नाम पर अपने खास जांच घर में सैंपल कराया जाता है. जांच रिपोर्ट यदि उसी जांच घर का होती है, तभी उनका इलाज शुरू किया जाता है. चिकित्सक वैसे इलाके के मरीजों को निशाना बनाते हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र के होते हैं या मरीज को वहां रहने के अलावा कोई चारा नहीं हो.

By Prabhat Khabar News Desk | December 17, 2020 7:22 AM

corona news bihar: भागलपुर के निजी नर्सिंग हाेम में मरीजाें के इलाज के नाम पर कोरोना जांच(Corona test) फीस वसूली का धंधा जोरों पर है. ऑपरेशन या अन्य इलाज के नाम पर अपने खास जांच घर में सैंपल कराया जाता है. जांच रिपोर्ट यदि उसी जांच घर का होती है, तभी उनका इलाज शुरू किया जाता है. चिकित्सक वैसे इलाके के मरीजों को निशाना बनाते हैं, जो ग्रामीण क्षेत्र के होते हैं या मरीज को वहां रहने के अलावा कोई चारा नहीं हो.

रैपिड किट का मूल्य 400 रुपये व लैब में 700 रुपये है. कई जांच घर इसकी कीमत 1500 रुपये वसूल रहे हैं. रजौन के मरीज प्रभाषचंद्र ने बताया कि उन्होंने तिलकामांझी जेल रोड स्थित यूरोलॉजिस्ट डॉ राजन से अपना हेल्थ जांच करायी. यहां से जब जाना चाहा, तो बताया कि उनके यूरिनल के घाव में इंफेक्क्शन है, जिससे कैंसर हो सकता है. इसके बाद कोरोना जांच के नाम पर 1000 रुपये वसूला गया.

बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ, इसमें जांच घर के कर्मचारी को मरीज व परिजन पर दवाब बनाते देखा जा रहा है. परिजन डर कर उन्हें 1500 रुपये तक देने को विवश हो गये. तिलकामांझी में डॉ पंकज कुमार के नर्सिंग होम में सूर्या जांच घर के कर्मचारी व कंपाउंडर से कोरोना जांच कराने का दवाब बनाया गया. मरीज के परिजन से 1500 रुपये लिया गया.

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Posted By: Thakur Shaktilochan

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