बिहार के भागलपुर में निमुछिया गैंग का आतंक है. इस गैंग के सदस्यों का खौफ लोगों के अंदर कुछ इस कदर है कि वो बदमाशों के बारे में पुलिस के सामने भी कुछ कहने से हिचकते हैं. उन्हें इस बात का भय रहता है कि अगर इसकी भनक गैंग को लग गयी तो वो फिर उनके साथ कुछ भी गलत कर सकते हैं. सरेआम हाइवे पर ट्रक लूट लेना और ट्रेन में छिनतई में भी इस गैंग का नाम उछला है. इस निमुछिया गैंग के ऊपर पुलिस का कोई खौफ नहीं दिखता.
सबौर थाना क्षेत्र के लैलख गांव में रविवार शाम से ही माहौल गर्म रहा. मिली जानकारी के अनुसार पहले अपराधियों ने लैलख रेलवे स्टेशन के ऑटो स्टैंड पर और फिर उसके बाद गांव में ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. ग्रामीणों की मानें तो पिछले कुछ दिनों से निमुछिया गैंग का वर्चस्व इलाके में जारी है. इसको लेकर आये दिन फायरिंग की घटनाएं होती हैं.
स्थानीय लोगों का भी मानना है कि रविवार को दो जगहों पर हुई फायरिंग भी दूसरे गैंग के साथ वर्चस्व को लेकर हुआ है. ग्रामीणों की मानें तो निमुछिया गैंग का आतंक इतना है कि जो भी उनके विरूद्ध चलता है उनकी खैर नहीं रहती. इसलिए ग्रामीण पुलिस के सामने कुछ भी बताने से हिचकते हैं.
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कुछ लोगों के मुताबिक रविवार को हवा में गोलियां चलना कोई नई बात नहीं है. कुछ दिन पूर्व भी घोघा पुल पर दो गुटों के बीच में देर रात्रि में गोली चलने की बात सामने आयी थी. हालांकि पुलिस ने भी मामले को दरकिनार कर दिया और घटना से अनभिज्ञता जाहिर करती रही. शंकरपुर से लेकर मसाढू के बीच ट्रक चालकों से लूटपाट के अलावे ट्रेनों में छिनतई की घटना में इस गैग का बड़ा हाथ होने की बात बतायी जा रही है.
पुलिस को भी इस गैंग के गुर्गे की तलाश है. लैलख गांव में पुलिस पिकेट रहने के बावजूद भी अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. दहशत फैलाने के लिए हवा में फायरिंग कर आराम से आना जाना कर रहे हैं. पुलिस के द्वारा मामले को संज्ञान में रहते हुए भी कोई ठोस पहल नहीं उठाया जा रहा है. इससे इन निमुछिया गैग के लोगों के ऊपर पुलिस का खौफ नहीं दिख रहा है.
Published By: Thakur Shaktilochan