विधानसभा चुनाव में भागलपुर जिला के अंदर 2500 से अधिक हो सकती है मतदान केंद्र की संख्या, अधिक मतदाता वाले बूथ किये जायेंगे चिह्नित
विधानसभा चुनाव को लेकर हर स्तर से तैयारी शुरू हो चुकी है. भागलपुर जिले का चुनाव कार्यालय इवीएम मंगाने, कंट्रोल रूम चिह्नित करने और मतदान केंद्रों का सत्यापन कराने का काम शुरू कर दिया है. मतदान केंद्रों के सत्यापन को लेकरजारी निर्देशों पर गौर करें, तो इस बार मतदान केंद्रों की संख्या पिछली बार की अपेक्षा अधिक होगी. वजह यह है कि एक हजार से अधिक मतदाता वाले बूथों को चिह्नित करने का निर्देश सभी बीडीओ को दिया गया है.
विधानसभा चुनाव को लेकर हर स्तर से तैयारी शुरू हो चुकी है. भागलपुर जिले का चुनाव कार्यालय इवीएम मंगाने, कंट्रोल रूम चिह्नित करने और मतदान केंद्रों का सत्यापन कराने का काम शुरू कर दिया है. मतदान केंद्रों के सत्यापन को लेकरजारी निर्देशों पर गौर करें, तो इस बार मतदान केंद्रों की संख्या पिछली बार की अपेक्षा अधिक होगी. वजह यह है कि एक हजार से अधिक मतदाता वाले बूथों को चिह्नित करने का निर्देश सभी बीडीओ को दिया गया है. जहां एक हजार से अधिक मतदाता होंगे, वहां बगल के कमरे में अतिरिक्त बूथ बनाये जायेंगे. दूसरी ओर जिले के विधानसभा क्षेत्रोंमें 2018 में बनी मतदान केंद्रों की संख्या 2102 थी. लिहाजा इस बार यह संख्या 2500 के पार होने की संभावना जतायी जा रही है.
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चल रहा मतदाता सूची में सुधार का काम :
मतदाता सूची में सुधार का काम वर्तमान में चल रहा है. यदि मतदाता सूची में किसी मतदाता की प्रविष्टि में गलती हो गयी है, तो भारत निर्वाचन आयोग के वेबसाइट http://nvsp.in पर लॉग इन कर या वोटर हल्पलाइन एप का प्रयोग कर प्रपत्र आठ भरखुद ही सुधार किया जा सकता है.
इवीएम पहुंचाने के लिए टीम का गठन :
जिले में 11 जून के बाद इवीएम व वीवीपैट लाये जायेंगे. यूपी के गाजीपुर व वाराणसी से कंट्रोल व बैलेट यूनिट और आंध्रप्रदेश के विजयनगर से वीवी पैट मशीन लायी जायेगी. इसे कंट्रोल रूम में रखने का निर्श दिया गया है. इवीएम को कंट्रोल रूम तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए टीम का गठन प्रशासनिक स्तर से किया जा रहा है. इसे लेकर एसएसपी को पत्र लिखा गया है.