भागलपुर: सबौर प्रखंड के रजंदीपुर, शंकरपुर, लालूचक, इंग्लिश फरका, ममलखा क्षेत्र के दियारा में सब्जियों की फसल डूब जाने से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. डेढ़ माह पहले गंगा का जलस्तर बढ़ने से परवल, कद्दू, नेनुआ, करेली, खीरा आदि सब्जी की फसल बर्बाद हो गयीं. किसानों की मानें तो 300 बीघा से अधिक भूमि में लगी फसल बर्बाद होने से डेढ़ करोड़ रुपये तक की क्षति का अनुमान है.
सब्जी किसानों की मानें तो लॉकडाउन के बाद सब्जी की मांग पहले से घट गयी थी. सारे आयोजन रद्द हो गये. इससे उनकी सब्जियों की कीमत बाजार में नहीं मिल पा रही थी. फिर भी आजीविका का साधन नहीं होने पर भी कर्ज लेकर सब्जियों की खेती की, ताकि आगे क्षतिपूर्ति की जा सके.
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मंजू देवी ने बताया कि उन्होंने बंधन बैंक व अन्य सामाजिक स्तर पर कर्ज लिया और साढ़े तीन बीघा में सब्जी की खेती की. इस बार डेढ़ माह पहले ही बाढ़ आने से सारी सब्जियों की फसल डूब गयी. कर्ज कैसे चुकायेंगे, इसकी चिंता सताये जा रही है. वहीं, शीलधर मंडल, बेचन मंडल, मनोज मंडल, पंकज कुमार, शिव मंडल, बिहारी मंडल आदि ने भी सब्जियों की फसल लगायी थी. जैसे-तैसे लत से छोटी-छोटी सब्जी ही तोड़ कर ला रहे हैं, ताकि कुछ तो पैसा कमा सकें.
जियाउद्दीनपुर चौका में सड़क का कटाव शुरू हो गया है. गंगा के किनारे सरकारी फंड से पत्थर वर्क से सड़क बनायी गयी है, जोकि अंदर ही अंदर कटने लगी है. ऊपर से सड़क ठीक दिख रही है, लेकिन कहीं-कहीं सड़क नीचे की ओर धंसने लगी है. इससे लोगों में भय है कि गांव जाने के लिए एकमात्र सड़क ही समाप्त हो जायेगी. जदयू अतिपिछड़ा के प्रखंड अध्यक्ष कन्हाई भारती एवं वरिष्ठ जदयू नेता जयप्रकाश मंडल ने बताया कि इसके लिए बीडीओ से लेकर जिला के वरीय पदाधिकारियों को अवगत करा दिया है. बाढ़ से होने वाली किसान की समस्या से लेकर अन्य ग्रामीण की समस्या से अवगत करा दिया है. रजंदीपुर, जियाउद्दीनपुर चौका, शंकरपुर आदि गांव में बाढ़ का पानी घुसने लगा है. इससे पहले ही राहत कार्य कराना होगा.
Posted By : Thakur Shaktilochan Shandilya