Bihar Flood 2020: सड़कों और बांधों पर सिसक रही हजारों जिंदगी, दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में
भागलपुर: नवगछिया गंगा-कोसी के जलस्तर में वृद्धि के बाद अनुमंडल के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. सप्ताह भर से सैकड़ों परिवार सड़कों और बांधों पर बाल बच्चों और मवेशियों के साथ नारकीय जीवन जी रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासनिक स्तर से इन्हें कोई सहायता उपलब्ध नहीं करायी गयी है. अस्थायी शौचालय और पेयजल की व्यवस्था तो क्या, अबतक न तो सूखा राशन और न ही पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. इस विकट परिस्थिति में कोई भी इनकी सुध लेने वाला नहीं है.
भागलपुर: नवगछिया गंगा-कोसी के जलस्तर में वृद्धि के बाद अनुमंडल के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं. सप्ताह भर से सैकड़ों परिवार सड़कों और बांधों पर बाल बच्चों और मवेशियों के साथ नारकीय जीवन जी रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासनिक स्तर से इन्हें कोई सहायता उपलब्ध नहीं करायी गयी है. अस्थायी शौचालय और पेयजल की व्यवस्था तो क्या, अबतक न तो सूखा राशन और न ही पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. इस विकट परिस्थिति में कोई भी इनकी सुध लेने वाला नहीं है.
एक हजार परिवार बेघर होकर सड़कों पर रहने को विवश
रंगरा प्रखंड की मदरौनी पंचायत में बाढ़ से एक हजार परिवार बेघर होकर सड़कों पर रहने को विवश हैं. पंचायत के मुखिया अजीत सिंह उर्फ मुन्ना सिंह कहते हैं यहां के लोगों को सरकारी स्तर पर अभी तक कोई सहायता नहीं मिली है. कोसी की बाढ़ से नवगछिया प्रखंड के पकरा टोला, भरोसा सिंह टोला, ठाकुरजी कचहरी टोला, गुरु स्थान, ढोलबज्जा दियारा व अन्य गांवों के सैकड़ों परिवारों की भी यही हालत है. खरीक प्रखंड के लोकमानपुर व सिहकुंड गांव भी कोसी की बाढ़ से प्रभावित हैं. पीड़ित परिवार बांध एवं सड़को पर सड़क लिए हुए हैं. नारायणपुर प्रखंड के तेलडीहा , बिहपुर के कहारपुर, गोविंदपुर, मुसहरी के हजारों परिवार बाढ़ से प्रभावित होकर खाना बदोश की जिंदगी जी रहे हैं.
Also Read: COVID-19 Bihar : पटना जंक्शन के आरक्षण काउंटर से संक्रमण का खतरा, कोरोना संक्रमित क्लर्क के संपर्क में आने वाले कर्मी अभी भी कर रहे काम
गंगा नदी की बाढ़ से भी बढ़ी मुसीबतें
इसके अलावा गंगा नदी की बाढ़ से इस्माइलपुर प्रखंड के कई गांव बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. अनुमंडल के सात हजार से अधिक बाढ़ पीड़ित परिवार बाढ़ के साथ-साथ प्रशासनिक उदासीनता का भी दंश झेल रहे हैं. – एसडीओ ने दो दिनों के अंदर बाढ़ पीड़ितों को सुविधा उपलब्ध कराने का दिया था निर्देशएसडीओ मुकेश कुमार ने 28 जुलाई को सभी अंचल के सीओ के साथ बैठक की थी जिसमें उन्होंने निर्देश दिया था कि बाढ़ आने की स्थिति में पीड़ितों के बीच दो दिनों के अंदर राहत सामग्री उपलब्ध करायी जाये. लेकिन उनके निर्देश का अबतक पालन नहीं हुआ है.
बाढ़ पीड़ितों को दिया जा रहा है सूखा राशन :एसडीओ
एसडीओ मुकेश कुमार ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के बीच पॉलीथिन शीट व सूखा राशन का वितरण शुरू कर दिया गया है. तेलडीहा, कहारपुर, लोकमानपुर में सुखा राशन का वितरण किया गया है. अनुश्रवण समिति से बनायी गयी सूची के आधार पर वितरण हो रहा है. तेलडीहा में सीओ को सूची बनाने के लिए भेजा गया है. जिन लोगो के घरों में बाढ़ का पानी है उन्हें प्रशासन स्तर से सूखा राशन मुहैया कराया जायेगा. कदवा व मदरौनी में भी बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार की जा रही है.
Posted by : Thakur Shaktilochan Shandilya