Loading election data...

Bhagalpur Flood: जब बाढ़ राहत शिविर में शिशुओं का हुआ अन्नप्राशन, कैंप में ही तीन बच्चों ने भी लिया जन्म

भागलपुर में बाढ़(Bhagalpur Flood 2021) से हालात बिगड़े हुए हैं. गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. बाढ़ ग्रसित इलाकों से लोग राहत शिविर में शरण लिये हुए हैं. वहीं हवाई अड्डा के राहत शिविर में ही दो महिलाओं के बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 20, 2021 12:26 PM

भागलपुर में बाढ़(Bhagalpur Flood 2021) से हालात बिगड़े हुए हैं. गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी होने के कारण कई इलाके जलमग्न हो गये हैं. बाढ़ ग्रसित इलाकों से लोग राहत शिविर में शरण लिये हुए हैं. वहीं हवाई अड्डा के एक कैंप में अनोखा नजारा सामने दिखा. राहत शिविर में ही दो महिलाओं के बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया. अधिकारियों ने साथ मिलकर इसे संपन्न कराया.

गुरुवार को हवाई अड्डा बाढ़ राहत शिविर में दो महिलाओं के बच्चों का समेकित बाल विकास परियोजना जगदीशपुर की ओर से अन्नप्राशन कराया गया. जगदीशपुर बीडीओ तरुण कुमार केसरी,जगदीशपुर प्रखंड की सीडीपीओ रूबी सिंह व सीडीपीओ सदर सुमन चंद्रा ने खीर खिलाकर कराया अन्नप्राशन कराया.

छह माह की बच्ची संध्या कुमारी और छह माह के हिमांशु का उनके माता-पिता के सामने अन्नप्राशन किया गया. शिविर में लगभग 26 से अधिक गर्भवती महिलाएं हैं, जिनका स्वास्थ्य टीम द्वारा देख-रेख किया जा रहा है.

वहीं नाथनगर के बाढ़ राहत शिविर में तीन बच्चों ने जन्म लिया है. नाथनगर के महाशय ड्योढ़ी व चर्च मैदान स्थित बाढ़ राहत शिविर की कुल तीन गर्भवती महिलाओं का अलग-अलग दिनों में नाथनगर रेफरल अस्पताल में सुरक्षित प्रसव कराया गया है.अस्पताल प्रभारी डॉ. अनुपमा सहाय ने पत्र जारी कर सीओ को यह जानकारी दी है. इसे लेकर वहां खुशी का माहौल था. सबने एक दूसरे को बधाई दी और कहा कि यह खुसी का क्षण है.

Bhagalpur flood: जब बाढ़ राहत शिविर में शिशुओं का हुआ अन्नप्राशन, कैंप में ही तीन बच्चों ने भी लिया जन्म 2
Also Read: कोरोना वैक्सीन नहीं लेने वाले भी बिहार पंचायत चुनाव में डाल सकेंगे वोट! नियमों में नरमी बरतने की तैयारी

बता दें कि भागलपुर में गंगा का जलस्तर रिकार्ड लेवल पर पहुंचने के बाद तेजी से घटना शुरू हो गया है. जलस्तर घटने से बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी घटना शुरू हो गया है. इससे राहत मिलने की उम्मीद है. लेकिन दूसरी तरफ कटाव का खतरा भी कई जगह बना हुआ है.

उतरते हुए पानी से कटाव का खतरा बढ़ जाता है. इसके बाद गंदगी को हटाना बड़ी चुनौती होगी. हालांकि बाढ़ राहत शिविरों में शुक्रवार को कई व्यवस्था दुरुस्त की गयी है. डॉक्टर व नर्स की अब 24 घंटे तैनाती रहेगी. खाने की व्यवस्था भी दुरुस्त है. लेकिन कई जगह पशु चारे का अभाव होने की बात बाढ़ पीड़ितों ने कही.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version