Bihar News: बिहार से इकलौती कजा कुराश खेल की खिलाड़ी शगूफी परवीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में भाग लेने जा रही है. कजाकिस्तान में सात से नौ सितंबर तक चलेगा कुजा कुराश वर्ल्ड चैंपियनशिप. मुस्लिम एजुकेशन कमेटी ने शगूफी परवीन के कजाकिस्तान जाने के लिए शुभकामनाएं दी हैं और बेहतर प्रदर्शन करने की कामना की है.
शगूफी परवीन ने क्या कहा
शगूफी परवीन ने बताया कि घरवाले हौसले देते थे. बाहर के लोग कहते थे कि लड़की होकर कुश्ती लड़ती है, शर्म की बात है, लेकिन मैं न तो हौसला भरी बात से फूलती थी और न ताने का ही असर मुझ पर होता था. बस एक ही धुन रहता था कि ग्राउंड में जाना है, अभ्यास करना है और प्रतिद्वंदी को धूल चटाना है.
एक-एक कर प्रतियोगिताएं जीतती चली गयी. अब मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर की कजा कुराश प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कजाकिस्तान जा रही हूं. मैं इस भरोसे के साथ छह सितंबर को टेक ऑफ करूंगी कि वापसी में गोल्ड लेकर भारत की धरती पर लैंड करूं”. यह बातें बुधवार को रिकाबगंज मोहल्ला के महफूज हुसैन लेन की कजा कुराश खेल की खिलाड़ी शगूफी परवीन ने कही. उधर,
अब तक शगूफी का प्रदर्शन
पिछले साल छत्तीसगढ़ में आयोजित नेशनल कुराश सीनियर प्रतियोगिता में तीसरा स्थान पर रही थी. शगूफी ने बताया कि वर्ष 2018 में कजा कुराश खेल से जुड़ी. यह कुश्ती जैसा खेल है. इस खेल के लिए प्रतिदिन अभ्यास करने को कंपनीबाग स्थित किलकारी भवन कैंपस में जाती हूं. कोच कुंदन कुमार ने इस खेल के लिए अभ्यास कराया. खेल से जुड़ी बेसिक चीजों के बारे में बताया. खेल के एक-एक तकनीक को अभ्यास के क्रम में बताया.
कजा कुराश खेल क्या है?
कजा कुराश खेल उज्बेकिस्तान की पारंपरिक मार्शल आर्ट की शैली है. कुराश को सरल शब्दों में कहा जाये, तो यह कुश्ती का ही प्रारूप है. इसमें शरीर के निचले हिस्से के भाग का उपयोग नहीं किया जाता है. इस खेल में कमर के नीचे के हिस्से को ना तो पकड़ा जाता है और न ही हिट या उस पर किक मारी जा सकती है. कोच कुंदन कुमार ने बताया कि कुराश खेल पहलवानी की तरह ही है. इस खेल को देखेंगे, तो कुश्ती जैसे ही लगेंगे. केवल कुराश व कुश्ती खेल का नियम अलग-अलग है.
बच्चे का मेहनत है, जो यहां तक पहुंचे : कोच
किलकारी के कराटे व कजा कुराश के नेशनल कोच कुंदन कुमार ने बताया कि शगूफी परवीन का चयन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ था, लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण जा नहीं सकी. इस बार भी चंडीगढ़ में आठ जुलाई 2024 को नेशनल स्तर पर चयन प्रतियोगिता आयोजित की गयी थी. इसमें शगूफी परवीन का बेहतर प्रदर्शन के आधार पर चयन किया गया है. देश भर से इस खेल में सीनियर वर्ग में पुरुष व महिला वर्ग में 40 खिलाड़ियों का चयन किया गया है. बिहार से इकलौती शगूफी है.
शगूफी परवीन का परिचय
- माता : बीबी सोना
- पिता : मो अफसर
- पता : रिकाबगंज मोहल्ले के महफूज हुसैन लेन
- शिक्षा : उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल से मैट्रिक, मारवाड़ी कॉलेज से इंटर व मुस्लिम डिग्री कॉलेज में पार्ट टू की है छात्रा
- खेल : कजा कुराश व ब्लैकबेल्ट
- अवार्ड : नेशनल स्तर पर ब्रांच मेडल