भगलपुर के नगर आयुक्त ने लिया ऐक्शन, सफाई कार्य के सभी वाहनों की मांगी रिपोर्ट

Bihar News: भगलपुर में नगर निगम के सभी वाहनों की जांच होगी. निगम के दो इंजीनियर सफाई कार्य से जुड़े सभी वाहनों की जांच करेंगे. इसकी रिपोर्ट भी सात दिन के अंदर नगर आयुक्त को उपलब्ध करायेंगे. इससे संभवत: शहर की सफाई व्यवस्था सुचारू हो सकेगी.

By Anshuman Parashar | August 20, 2024 10:11 PM
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Bihar News: भगलपुर में नगर निगम के सभी वाहनों की जांच होगी. निगम के दो इंजीनियर सफाई कार्य से जुड़े सभी वाहनों की जांच करेंगे. इसकी रिपोर्ट भी सात दिन के अंदर नगर आयुक्त को उपलब्ध करायेंगे. इससे संभवत: शहर की सफाई व्यवस्था सुचारू हो सकेगी.

नगर आयुक्त ने क्या कहा

नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने सहायक अभियंता संजय कुमार और कृष्ण कुमार को साफ-सफाई व्यवस्था के कार्य में उपयोग होने वाले सभी वाहनों की जांच करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि साफ-सफाई की व्यवस्था को सुचारू बनाये रखने के लिए यह काम जरूरी है. इससे ही पता लग सकेगा कि किस वाहन में किया खराबी है.

इसको दूर करने से ही वाहन बेहतर ढंग से कार्य करेंगे. ऐसे में इन सभी की जांच कर सात दिन के अंदर रिपोर्ट दें. कुल आठ बिंदुओं यानी, वाहन का नाम, वाहन संख्या, क्रय वर्ष, वाहन की स्थिति, बंद होने पर उसका कारण, वारंटी अवधि में है या नहीं, यदि वारंटी अवधि में है तो निर्धारित अवधि में सर्विसिंग होती है या नहीं और पिछली सर्विस का ब्योरा के संबंध में रिपोर्ट मांगी है.

ट्रांसफर-पोस्टिंग के दूसरे दिन से वार्ड 49 के मोतीलाल लेन नहीं पहुंच रहे सफाई कर्मी

नगर निगम में कर्मचारियों के फेरबदल का सीधा असर विकास कार्यों के साथ सफाई व्यवस्था पर पड़ी है. शहर से कूड़ा के उठाव की रफ्तार धीमी पड़ गयी है. कई ऐसे इलाके हैं, जहां चार दिन बाद भी सफाई नहीं करायी जा सकी है. गली-मुहल्ले की स्थिति तो और ज्यादा खराब है. वार्ड 22 के मानिक सरकार बंगाली टोला की बात करें, तो यहां चार दिन से सफाई नहीं हुई है.

हसनगंज में मोतीलाल लेन में तो कर्मचारियों के फेरबदल के दूसरे दिन से ही कूड़े का उठाव और नालियों की सफाई नहीं करायी गयी है. यह तो मात्र एक उदाहरण है. शहर में मुख्य रोड से लेकर गली की सड़कों पर गंदगी फैली हुई है. होटल के सामने भी कूड़ा देखा जा सकता है.

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दिन में कूड़ा फेंकने पर कार्रवाई करने का नियम-कानून बेअसर

नगर निगम द्वारा साफ-सफाई का दावा तो बहुत किया जाता है लेकिन, शहर का नजारा दावों पर खरा नहीं उतर रहा है. नगर निगम के वही सफाई एजेंसी है, जिसको लेकर अक्सर जनप्रतिनिधियों व निगम प्रशासन के बीच विवाद होते रहता है. अभी वह कर्मचारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के बाद से दबाव में कमी आने का पूरा फायदा उठा रहा है.

इस वजह से शहर में जगह -जगह कूड़े फैले मिल रहे हैं. कूड़ेदान रहने के बाद भी नियमित कर्मियों के नहीं आने के कारण गंदगी वहीं पड़ी मिल रही है. कुछ दिनों से पड़े कूड़े का सड़ांध राहगीरों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है. वहीं, लोगों द्वारा भी कचरे को लापरवाही के साथ फेंक दिया जा रहा है.

दिन में कूड़ा फेंकने पर जुर्माना

निगम ने एक नियम-कानून बनाया है कि दिन में लोगों द्वारा कूड़ा फेंका जाता है, तो जुर्माना के साथ कार्रवाई की जायेगी. उनका यह नियम लोगों के लिए बेअसर है. जितना निगम कूड़ा उठवा नहीं पता है, उससे कहीं ज्यादा लोगों द्वारा फेंका जा रहा है. यही वजह से कूड़ेदान न सिर्फ भरा हुआ मिलता है, बल्कि सड़कों पर कचरा बिखरा रहता है

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