गंगा नदी के कटाव से दहशत में हैं बिंद टोली गांव के लोग
बिंदटोली गांव के समीप गंगा नदी के लगातार कटाव से बिंदटोली गांव में दहशत का माहौल
इस्माईलपुर-बिंदटोली तटबंध बिंदटोली गांव के समीप गंगा नदी के लगातार कटाव से बिंदटोली गांव में दहशत का माहौल है. बिंदटोली दो पंचायतों का गांव है. उक्त गांव बाबू टोला कमलाकुंड व तिनटंंगा करारी का हिस्सा है. बाबू टोला कमलाकुंड गंगा में कुछ घर छोड़ सभी विस्थापित हो चुके हैं. करारी तिनटंगा पंचायत का ही भाग बचा है. जिस तरह से गंगा नदी का कटाव स्पर संख्या सात के अप व आठ के डाउन स्ट्रीम में अलग-अलग जगह लगा है, इससे काफी लोग डरे सहमे हैं. तटबंध की स्थिति ठीक नहीं है. 100 से 150 मीटर के दायरे में तटबंध ध्वस्त हो चुका है.पूर्व में भी 100 से 150 मीटर तटबंध ध्वस्त हो चुका है. जिस तरह से गंगा नदी अचानक करवट बदल रही है, इससे बिंंदटोली गांव के अस्तित्व पर अब खतरा मंंडराने लगा है. जल संसाधन विभाग के मुख्यालय पटना से दो अधीक्षण अभियंता की टीम, मुख्य अभियंता व कार्यपालक अभियंता और फ्लड फाइटिंग फोर्स के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण कैंप कर फ्लड फाइटिंग के तहत कार्य करवा रहे हैं. कार्यपालक अभियंता बताते हैं कि जिस तरह से यहां कटाव हुआ है, यह समझ से परे है. नदी कहीं बह रही थी और कटाव कहीं हो रहा था. नदी का बहाव अचानक तटबंध के समीप एक पखवाड़े में दो बार पहुंचना प्राकृतिक है. कटाव को लेकर के गांव के रोशन कुमार ने बताया कि पूर्व में विस्थापित लोग तटबंध पर सहारा लिए थे, लेकिन विस्थापित लोगों के लिए सरकार से कोई व्यवस्था नहीं है. कुछ लोगों को ही पर्चा के साथ प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिल पाया है. शेष लोग अभी बेघर व इसी बांध पर निर्भर है. अधीक्षण अभियंता ने बताया कि कटाव पर नियंत्रण के लिए कार्य चल रहा है.
दो बाइक की टक्कर में जख्मी दिव्यांग बाइक चालक की मौत
सन्हौला बाजार स्थिति ऑटो स्टैँड के पास दो बाइक की आमने सामने की टक्कर में जख्मी दिव्यांग बाइक चालक मो असलम(40) सन्हौला बाजार की इलाज के दौरान मौत हो गयी. जैसे ही सिलीगुड़ी से शव सन्हौला बाजार पहुंचा परिजन दहाड़ मार रोने लगे. घटना के बाद यात्रियों की मदद से जख्मी को सन्हौला अस्पताल में भर्ती कराया गया था.उसकी हालत गंभीर देख बेहतर इलाज के लिए भागलपुर मायागंज रेफर किया गया था. वहा भी उसकी हालत गंभीर देख सिलीगुड़ी रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है