भागलपुर का बीएन कॉलेज (BN College) संसाधन व छात्रों के लिए बेहतर सुविधा पाने से महज एक कदम दूर है. कॉलेज की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (SSR) को नैक से स्वीकृति मिल गयी है. कॉलेज से भेजे गये सभी डाटा को नैक ने सही पाया है. राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने कॉलेज को मेल से इसकी जानकारी दी है. अब कॉलेज का नैक मूल्यांकन होने के काफी करीब पहुंच चुका है.
कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि नैक मुख्यालय से एसएसआर को स्वीकृत किया जाना कॉलेज परिवार के लिए खुशी की बात है. सबकुछ ठीक रहा, तो सितंबर में नैक टीम कॉलेज का मूल्यांकन करने आ सकती है. उन्होंने बताया कि एसएसआर के तहत कॉलेज से डाटा भेजा गया था. नैक मुख्यालय ने पूरी तरह सही पाया है. नये नियम के तहत 100 में 70 फीसदी अंक डाटा के तहत मिलते हैं. अब केवल कॉलेज का नैक टीम भौतिक सत्यापन करने आयेगी. इसके लिए 30 अंक मिलते हैं.
प्रो ठाकुर ने कहा कि बीएन कॉलेज का पहली बार नैक मूल्यांकन होना है. उन्होंने बताया कि इसके पीछे कुलपति प्रो जवाहर लाल का लगातार मार्गदर्शन मिलना रहा. वह कॉलेज के नैक मूल्यांकन को लेकर काफी गंभीर थे. कॉलेज को अच्छा प्वाइंट मिलता है, तो विवि का भी नाम होगा. बता दें कि टीएमबीयू के 11 अंगीभूत कॉलेज का नैक से मूल्यांकन होना बाकी है. दूसरी तरफ विवि का भी नैक मूल्यांकन होना है. लेकिन विवि में नैक मूल्यांकन की तैयारी सिर्फ कागज पर ही चल रही है.
लिखित पक्ष नहीं देने पर कमेटी ले सकती है एक पक्षीय निर्णय
इधर, टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने रजिस्ट्रार पर 15 बिंदु पर आरोप लगाया है. इसको लेकर जांच कमेटी ने रजिस्ट्रार को पत्र भेज कर कहा है कि 13 जून की शाम चार बजे तक वे अपना लिखित पक्ष प्रस्तुत नहीं करते हैं, तो माना जायेगा कि आपको अपने पक्ष में कुछ नहीं कहना है. ऐसे में कमेटी एक पक्षीय निर्णय लेने की अनुशंसा भी कर सकती है. इस पत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दिया जाये.
दरअसल, विवि प्रशासन ने रजिस्ट्रार के कार्यशैली सहित 15 बिंदु पर आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की थी. कमेटी ने मामले में जांच शुरू कर दी है. इसी कड़ी में आठ जून को कमेटी की बैठक हुई थी. इसमें रजिस्ट्रार को भी अपने पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था. रजिस्ट्रार ने तीन सप्ताह का समय मांगा था. कमेटी के सदस्यों के अनुसार मामले में रजिस्ट्रार ने राजभवन से मार्गदर्शन मांगा है. ऐसे में तीन सप्ताह का समय उन्होंने मांगा है. अब कमेटी ने तीन सप्ताह की जगह पर 13 जून को ही लिखित जवाब मांगा है. जांच कमेटी में प्रो अशोक कुमार ठाकुर संयोजक बनाये गये हैं, जबकि डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार व सीनेट सदस्य मुजफ्फर अहमद सदस्य हैं.
तीन सेंटरों पर बीएड की परीक्षा शुरू
टीएमबीयू में बीएड प्रथम वर्ष की परीक्षा मंगलवार से तीन सेंटरों पर शुरू हो गयी. परीक्षा में जिले के 15 बीएड कॉलेज के करीब 1500 छात्र-छात्राएं शामिल हुए. परीक्षा के लिए एसएम, बीएन व मारवाड़ी कॉलेज को सेंटर बनाया गया है. बीएन कॉलेज के केंद्राधीक्षक प्रो अशोक कुमार ठाकुर, एसएम कॉलेज के केंद्राधीक्षक डॉ मुकेश कुमार सिंह व मारवाड़ी कॉलेज के केंद्राधीक्षक प्रो शिव प्रसाद यादव ने बताया कि परीक्षा शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त करायी गयी. किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई है.
दो केंद्रों पर डीएलएड की परीक्षा आज से
शहर के दो केंद्रों पर सत्र 2022-24 डीएलएड द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट्स की परीक्षा बुधवार से होगी. परीक्षा राजकीय बालिका मोक्षदा स्कूल और इंटर स्तरीय मारवाड़ी पाठशाला सेंटर पर दो पालियों में ली जायेगी. दोनों केंद्रों पर 793 परीक्षार्थी उपस्थित होंगे. पहले दिन पहली पाली में समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा और दूसरी पाली में संज्ञान, सीखना और बाल विकास विषय की परीक्षा ली जायेगी. पहली पाली 9.30 से 12.45 बजे तक और दूसरी पाली दो बजे से 5.15 बजे तक आयोजित की जायेगी. शिक्षा विभाग के स्तर से परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली गयी है. मालूम हो कि सत्र 2023-2025 सत्र के प्रथम वर्ष की परीक्षा का आयोजन 18 जून से राजकीय बालिका इंटर स्तरीय विद्यालय और जिला स्कूल भागलपुर में दोनों पालियों की जायेगी.