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शहर में एक जगह की ठीक हो रही बोरिंग, तो दूसरा हो जा रहा फेल

वार्ड 51 के महादेव स्थान स्थित टोले में लगी बोरिंग का मोटर बदलने के बाद वहां के लोगों को पानी मिलने लगा है.

वार्ड 51 में मिलने लगा पानी, तो चंपानगर में जलापूर्ति का संकटवरीय संवाददाता, भागलपुर

वार्ड 51 के महादेव स्थान स्थित टोले में लगी बोरिंग का मोटर बदलने के बाद वहां के लोगों को पानी मिलने लगा है. लेकिन, वार्ड आठ के चंपानगर में पानी की समस्या बनी हुई है. जलस्तर नीचे जाने से भीषण गर्मी में डीप बोरिंग और प्याऊ जवाब देने लगे हैं. वार्ड 51 के महादेव स्थान पासी टोला में डीप बोरिंग का मोटर जल गया। जानकारी मिलने के बाद नगर निगम की टीम ने रविवार को इसे बदलवाकर पानी की आपूर्ति शुरू करा दी. लेकिन वार्ड आठ के चंपानगर डीग्रूज लेन का मोटर रविवार देर रात तक नहीं बदला जा सका. नगर निगम के जलकल शाखा के प्रभारी के अनुसार महादेव स्थान स्थित टोले के बोरिंग का मोटर बदलकर आपूर्ति शुरू करा दी गई है. चंपानगर डीग्रूज लेने के प्याऊ का मोटर बदला जा रहा है. सोमवार से यहां जलापूर्ति शुरू हो जाएगी.

वार्ड 42 के गंगटी स्कूल के पास का बोरिंग फेल

वार्ड 42 के अलीगंज गंगटी स्कूल के पास डीप बोरिंग फेल है. पार्षद ने नगर आयुक्त से शिकायत की है. संवेदक द्वारा इसे ठीक नहीं कराया जा रहा है. एक बार इसे ठीक कराया गया तो मोटर और स्टार्टर जल गया. बताया जाता है कि बोरिंग कराने में गड़बड़ी की गई है. सिर्फ 14 पाइप लगाई गई है. जलकल शाखा के अनुसार शहर में एक साथ करीब 20 डीप बोरिंग कराया गया था. इसमें वार्ड 42 गंगटी स्कूल के पास का बोरिंग भी शामिल था. तकनीकी खराबी से यह काम नहीं कर रहा है. योजना शाखा को इसका प्रस्ताव भेजा गया है.

वार्ड 41 का बोरिंग फेल, लोगों को गर्मी में जलसंकट से पार पाना हुआ मुश्किल

शहर के दक्षिण में वार्ड 41 के हुसैनाबाद, बाल्टी कारखाना, अंबै, कटघर, मारुफचक सहित दर्जनों मुहल्ले के लोगों को इस गर्मी से पार माना मुश्किल है. निगम की बोरिंग फेल है और जलापूर्ति ठप है. इस गर्मी में पानी मिलने की उम्मीद भी नहीं के बराबर है. दरअसल, जब तक कि नया डीप बोरिंग का निर्माण नहीं हो जाता है, तब तक जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकती है. नया बोरिंग के लिए अभी जलकल शाखा ने योजना शाखा को प्रपोजल ही दिया है. यह बोर्ड की बैठक में पारित होगा, तभी नये बोरिंग निर्माण की योजना बनेगी. वहीं, टेंडर समय पर हो गया, तो चयनित एजेंसी निर्माण करायेगा. अन्यथा, बोरिंग निर्माण की योजना पेच में फंसी रहेगी. वहीं, नगर निगम की कार्यशैली से तो सभी अवगत है कि योजनाएं किस तरह से कितने दिनों में धरातल पर उतरती है. इधर, जलकल शाखा प्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि बोरिंग फेल है. नये बोरिंग के निर्माण के लिए योजना शाखा को प्रपोजल दिया है. बोर्ड में पारित होने के बाद निर्माण होगा. पानी की कमी को दूर करने के लिए दो टैंकर भेजी जा रही है. आवश्यकता पड़ने पर पानी से भरा तीन टैंकर भी भेजा जाता है.

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