टूटे एक्सेल बॉक्स के साथ 5.43 घंटे दौड़ती रही ब्रह्मपुत्र मेल

भागलपुर : डाउन ब्रह्मपुत्र मेल के चक्के का एक्सेल फेस बॉक्स नट-बोल्ट समेत टूटने से यात्रियों से भरी एक बोगी को बुधवार को भागलपुर में अलग करना पड़ा. बोगी बदलने में करीब 2.12 घंटे बर्बाद हुए, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसकी सूचना समय पर मिल गयी, नहीं तो किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था.

By Prabhat Khabar News Desk | August 20, 2020 6:05 AM

भागलपुर : डाउन ब्रह्मपुत्र मेल के चक्के का एक्सेल फेस बॉक्स नट-बोल्ट समेत टूटने से यात्रियों से भरी एक बोगी को बुधवार को भागलपुर में अलग करना पड़ा. बोगी बदलने में करीब 2.12 घंटे बर्बाद हुए, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसकी सूचना समय पर मिल गयी, नहीं तो किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था.

जानकारी के अनुसार भागलपुर के रास्ते दिल्ली से डिब्रूगढ़ की ओर जा रही यात्रियों से भरी ब्रह्मपुत्र मेल स्पेशल ट्रेन के डिब्बों में से एक डिब्बा एस-1 के चक्के का एक्सल फेस बॉक्स टूट गया. इसके बाद बोगी से किसी चीज के टकराने की आवाज आने लगी. इसका पता जब लगा तब ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से रवाना हुई.

गार्ड ने इसकी सूचना तुरंत चालक को दी. एहतियात बरतते हुए ट्रेन को पटना लाया और वहां तार बांधा गया. फिर किसी तरह ट्रेन को भागलपुर लाया गया और यहां बोगी बदली गयी. मुख्य यार्ड मास्टर प्रमोद कुमार, कैरेज एंड वैगन के सीनियर सेक्शन इंजीनियर अख्तर हुसैन, एसएम विक्रम सिंह, बीके महाराज सहित रेलवे की पूरी टीम तब तक लगी रही, जबतक भागलपुर से ट्रेन रवाना नहीं हो गयी.

पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से रवाना होने के साथ एक्सेल बॉक्स के टूटने की गार्ड समेत रेलवे के अधिकारियों को जानकारी मिल गयी थी. बावजूद, यह ट्रेन 5.43 घंटे तक पटरी पर दौड़ती रही. बोगी को बदलने की कार्रवाई न तो पटना, किऊल और न ही जमालपुर में की गयी.

इससे उस बोगी का शॉकर भी फेल कर सकता था. धूल के कारण बियरिंग में भी खराबी आ सकती थी. चक्का घूमना भी बंद हो सकता था. हालांकि, जानकारी मिलने के बाद गाड़ी को धीमी रफ्तार पर चलाने और पूरी सतर्कता बरतने से ऐसा कुछ हुआ नहीं.

posted by ashish jha

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