Bihar News: बंगाल से भागलपुर भेजा जाता है ब्राउन सुगर का खेप, गिरफ्तार सप्लायर ने खोला नेटवर्क का राज
Bihar News: बंगाल से ब्राउन सुगर का खेप बिहार के भागलपुर जिले में भेजा जाता है. इस खेप को कई ग्रुप में बांटा जाता है. एक सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद इसे लेकर बड़ा खुलासा पुलिस ने किया है.
Bihar News: सूखे नशे की लत ने बिहार में बड़ी संख्या में युवाओं को बर्बाद किया है. स्मैक व ब्राउन सुगर की लत गांव से लेकर शहर तक के युवाओं को लगी है. इन युवकों की जिंदगी तबाह करके इस नशे के कारोबारी धनकुबेर बन रहे हैं. भागलपुर जिले में भी यह ब्राउन सुगर कई परिवारों को तबाह किया है. धड़ल्ले से इस नशे की सप्लाई होती है और पुलिस इसपर आए दिन कार्रवाई भी करती है. लेकिन नशे का यह काला कारोबार जारी है. बंगाल से बैठकर माफिया बिहार में ब्राउन सुगर सप्लाई करता है. इसका खुलासा हाल में भी हुआ जब एक सप्लायर को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
बंगाल का ब्राउन सुगर सप्लायर भागलपुर से गिरफ्तार
हाल में ही भागलपुर के शिवनारायणपुर रेलवे स्टेशन के पास पुलिस ने छापेमारी की और एक ब्राउन सुगर सप्लायर को पुलिस ने गिरफ्तार किया. इस सप्लायर के पास आधा किलो ब्राउन सुगर भी बरामद किया गया. गिरफ्तार सप्लायर रूबल शेख है जो पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला है. वहीं रूबल शेख को गिरफ्तार करके जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो नशे के इस कारोबार का पूरा खेल सामने आया.
नेटवर्क का खुलासा, ड्रोन कैमरा भी बरामद
गिरफ्तार सप्लायर रूबल शेख की निशानदेही पर पुलिस ने कारीकादो गांव में मो. अफरीदी के ठिकानों पर छापेमारी की. पुलिस ने एक लाख रुपए से अधिक रकम, आधार, पैन कार्ड, मोबाइल के साथ ही एक ड्रोन कैमरा भी बरामद किया. पुलिस ने इस कार्रवाई से ब्राउन सुगर के सप्लाई नेटवर्क को रोका है.
मालदा से भागलपुर में खपाया जाता है खेप
मामले की जानकारी देते हुए एसडीपीओ अर्जुन कुमार गुप्ता ने कहा कि सप्लायर के आने की गुप्त सूचना पुलिस को थी. जब वो ट्रेन से उतरा तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पिछले एक साल से यह गिरोह काम कर रहा था. भागलपुर में इस नेटवर्क का जाल बिछा है. बताया कि इन्हें मालदा से माल दिया जाता है कि जाकर भागलपुर में इसकी डिलिवरी दे दे. कैरियर के रूप में ये काम करते हैं. इनके खाते में वो पैसे डाल देते हैं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस तरह के चार ग्रुप एक्टिव हैं जहां माल आता है. दो तीन दिन के अंतराल पर हर महीने आठ खेप ब्राउन सुगर भेजा जाता है.