‘आपके बच्चे की कॉपी मेरे पास है. मैं बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यालय में कार्यरत हूं. आपके बच्चे को गणित में महज 27 अंक मिले हैं. यदि आप अपने बच्चे का अंक बढ़वाना चाहते हैं तो मेरे खाते में दो से तीन हजार रुपये भेज दें. आपके बच्चे को फर्स्ट क्लास का मार्क्स हासिल होगा. टेबुलेशन के काम का जिम्मा मेरे पास है. ‘
यदि आपके बच्चों ने मैट्रिक या इंटर की परीक्षा दी है तो ऐसे कॉल आपको भी आ सकते हैं. ये फ्रॉड कॉलर इतने शातिर होते हैं कि भोले-भाले विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को बातों जाल में फंसा कर अपने फर्जी खातों में दो से तीन हजार रुपये डलवा कर ठगी का शिकार बना लेते हैं. और ठगे जाने के बाद भी उन्हें इस बात का तबतक एहसास नहीं होता है, जबतक परीक्षा का परिणाम नहीं आ जाता. तब तक ये ठग अपना सिम कार्ड निकाल फेंकते हैं.
इस तरह के कई कॉल भागलपुर जिले के कहलगांव और आसपास के क्षेत्र में कई अभिभावकों को आ चुका है. कॉल करने वाला तथाकथित बोर्ड का कर्मी खुद का नाम सुरेश कुमार बताता है. वह अपना खाता नंबर 36149390652 व आइएफएससी कोड एसबीआइएन 0002010 बताता है. जांच करने पर खाता मेघालय राज्य के रिबोई जिले के बारापानी ब्रांच का मिला.
मंगलवार को इसका कॉल सन्हौला प्रखंड के तेलौंधा पंचायत के भिरौंधा गांव निवासी कुमोद कुमार राणा को आया. वह श्रीकृष्ण राजेश्वरी महाविद्यालय धुआवै का छात्र है. उसने इसी साल इंटर की परीक्षा दी है.
Posted By: Thakur Shaktilochan