भागलपुर के मायागंज अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में इस समय कैंसर डे केयर सेंटर में कैंसर मरीजों का इलाज चल रहा है. अब कैंसर मरीजों के एडवांस ट्रीटमेंट के लिए कैंसर यूनिट की शुरुआत होगी. जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार मनस्वी ने बताया कि यूनिट में कैंसर स्पेशियलिस्ट ओंकोलॉजिस्ट समेत अन्य तरह के स्टाफ की बहाली राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से होगी. मरीजों को इलाज के दौरान और अधिक सुविधाएं मिलेंगी.
फिलहाल डे केयर सेंटर में कैंसर मरीजों का हो रहा इलाज
इस समय अस्पताल में होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर द्वारा संचालित डे केयर सेंटर में कैंसर मरीजों की स्क्रीनिंग, बायोप्सी, कीमोथेरेपी समेत अन्य तरह के इलाज चल रहे हैं. मरीजाें को हर तरह की दवा उपलब्ध करायी जा रही है. वहीं अस्पताल के सर्जरी विभाग में ब्रेस्ट कैंसर व इएनटी विभाग में मुंह के कैंसर की सर्जरी हो रही है.
फैब्रिकेटेड वार्ड में शुरू होगा यूनिट
जेएलएनएमसीएच में संचालित डे केयर सेंटर के नोडल पदाधिकारी डॉ आर्य सुमन ने बताया कि कैंसर यूनिट का संचालन फैब्रिकेटेड वार्ड में ही होगा. अंतिम स्टेज वाले मरीजों के लिए पैलिएटिव केयर को और सुसज्जित किया जायेगा. अस्पताल के ओपीडी में कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर भी चल रहा है. स्क्रीनिंग के लिए भागलपुर समेत बिहार के सभी 38 जिले में सेंटर संचालित हैं. वहीं इलाज के लिए भागलपुर समेत छह जिला में डे केयर एंड कीमोथेरेपी सेंटर चल रहे हैं.
ओपीडी में अल्ट्रासाउंड जांच की दिक्कत
जेएलएनएमसीएच के ओपीडी में अल्ट्रासाउंड जांच कराने में मरीजों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. मशीन की जांच की क्षमता कम रहने से रोजाना करीब 100 मरीजों की जांच हो रही है. कतार में खड़े शेष 50 से अधिक मरीजों को रोजाना लौटाया जा रहा है. इन्हें दूसरे दिन आने को कहा जाता है. मरीजों की समस्याओं को ध्यान में रख कर बीते माह अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी में दूसरे अल्ट्रासाउंड सेंटर को चालू करने की योजना बनायी थी.
तीन अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड मशीन रिजर्व में
रेडियोलॉजी विभाग से बताया गया था कि तीन अतिरिक्त अल्ट्रासाउंड मशीन हमारे पास रिजर्व में रखे हुए हैं. इसके बाद ओपीडी भवन में दूसरा अल्ट्रासाउंड केंद्र शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हुई. ओपीडी में जगह ढूंढने का निर्देश दिया गया. एक माह बीत जाने के बावजूद दूसरा केंद्र चालू नहीं हो पाया है. अगर यह केंद्र खुल जाये तो ओपीडी में रोजाना 100 की बजाय 200 मरीजों का अल्ट्रासाउंड जांच हो पायेगी. पुरुष व महिला मरीजों के अल्ट्रासाउंड जांच के लिए अलग-अलग केंद्र भी हो जायेगा. रोजाना 50 की संख्या में लौट रहे मरीजों को राहत भी मिलेगी.
15 अगस्त तक ओपीडी में दूसरा अल्ट्रासाउंड सेंटर चालू करने का दावा
मामले पर अस्पताल अधीक्षक डॉ राकेश कुमार ने बताया कि ओपीडी भवन के पहले फ्लोर पर दूसरे अल्ट्रासाउंड सेंटर खोलने की तैयारी चल रही है. कमरे का रंग रोगन जारी है, यहां पर मशीन भी लगायी जा रही है. 15 अगस्त के पहले दूसरा अल्ट्रासाउंड जांच केंद्र शुरू कर दिया जायेगा.