जाम से जूझता शहर : कचहरी चौक की कार पार्किंग है खाली, सड़क पर खड़ी रहती हैं गाड़ियां
जाम से जूझते शहर में सुधार की कोई भी व्यवस्था बनते ही ध्वस्त हो जा रही है.
फोटो : सिटी में ब्रजेश नाम के फोल्डर में पार्किंग चालू होने की पुलिस प्रशासन को लिखित जानकारी नहीं मिलने का परिणाम ::: न तो वाहन मालिकों को किया जा रहा जागरुक और न ही बरती जा रही सख्ती, सड़क पर खड़ी कर दे रहे कार, लग रहा जाम प्रशासन की भी ढिलाई, नहीं कर रहे अपना काम, पार्किंग में छाया रहता है सन्नाटा वरीय संवाददाता, भागलपुर जाम से जूझते शहर में सुधार की कोई भी व्यवस्था बनते ही ध्वस्त हो जा रही है. पहले पार्किंग नहीं थी तो सड़क पर वाहन खड़े होते थे. अब पार्किंग है तो उसमें वाहन लगाना कोई चाहता नहीं. वाहन सड़क को घेरे रहता है. इससे जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. दरअसल, कचहरी चौक के पास स्मार्ट सिटी कंपनी ने 9.54 करोड़ से मल्टीलेवल ऑटेमेटेड कार पार्किंग बनाया है. इसका संचालन भी एजेंसी के माध्यम से कर रहा है लेकिन, इससे संबंधी लिखित में पुलिस प्रशासन को नहीं दी है. परिणाम यह है कि पहले जैसी सड़क को पार्किंग मानकर लोग गाड़ियां खड़ी कर रहा है. कार पार्किंग में कार लगाने के लिए न तो उन्हें जागरुक किया जा सका है और न ही उस पर सख्ती बरती जा रही है. मंगलवार को जब प्रभात खबर ने इसकी पड़ताल की, तो कार पार्किंग स्थल के चाराें दिशाओं की रोड पर कार और बाइक लगी मिली. घूरनपीर बाबा चौक से कचहरी चौक के मार्ग के दोनों ओर 58 कार, कचहरी चौक से सदर अस्पताल के 300 मीटर में 37 कार, कचहरी चौक से भीखनपुर गुमटी नंबर-तीन के रोड पर 17 कार एवं कचहरी चौक से पुलिस लाइन की ओर से 11 कार सड़क पर खड़ी थी. पुलिस भी नहीं कर रही अपना काम पुलिस भी अपना काम नहीं कर रही है. कार पार्किंग के चालू रहने की अगर जानकारी नहीं भी है, तो भी उनको सड़क पर वाहन खड़ी नहीं करने देना है और सख्ती बरतनी है. यह काम उनके स्तर से नहीं हो रहा है. चारों दिशाओं की रोड पर जितने लोगों के पास कार और बाइक है वह अपनी दुकान के सामने लगाकर रख रहा है. इसके अलावा ग्राहकों की गाड़ियां अलग से आकर खड़ी होती है. इससे जाम लगता है. कचहरी चौक से घंटाघर के बीच सामान्य दिनों में भी जाम लगा रहता है. वहीं वह अपना काम करे, तो गाड़ियां कार पार्किंग में लगेगी. प्रशासन की ढिलाई नहीं मानी जायेगी और पार्किंग में भी सन्नाटा नहीं छाया रहेगा. जागरुकता और सख्ती के अभाव में पार्किंग में सन्नाटा शासन प्रशासन द्वारा जागरुक नहीं करने और सख्ती नहीं बरतने का परिणाम है कि कार पार्किंग में सन्नाटा छाया है. ऑपरेटर धीरज बताते हैं कि मंथली वालों की 15-16 कारें लगी है. रोजाना औसतन पांच-छह कार और बाइक आकर लगती है. बॉक्स मैटर मल्टीलेवल कार पार्किंग में एक साथ खड़ी की हो सकती 82 कार व बाइक कचहरी चौक पर बने कार पार्किंग में एक साथ 82 करा व बाइक खड़ी हो सकती है. इसमें 43 कार एवं 39 बाइक की संख्या शामिल है. 43 कार व 39 बाइक की क्षमता वाले इस कार पार्किंग में कई मॉड्यूल है और लेवल हैं. प्रत्येक मॉड्यूल की एक लिमिट तक ऊंचाई है. यह पार्किंग पूरी तरह से ऑटेमेडेट है. इसमें कोई मैनुअल हस्तक्षेप नहीं है. प्रत्येक कार के लिए औसत पार्किंग समय 120 सेकंड है. पार्किंग चार्ज प्रति घंटे के आधार पर चार्ज : टू व्हीलर : 20 रुपये ( अतिरिक्त 10 रुपये प्रति घंटा) फोर व्हीलर : 30 रुपये (अतिरिक्त 15 रुपये प्रति घंटे) सीजनल पार्किंग चार्ज : टू व्हीलर : 300 रुपये प्रति माह फोर व्हीलर : 1500 रुपये प्रति माह 03 माह : 04 हजार रुपये 06 माह : 7500 रुपये 12 माह : 14 हजार रुपये दिन में 1.20 बजे पूछ गया सवाल, रात 8.53 बजे तक नहीं मिला जवाब स्मार्ट सिटी कंपनी के पीआरओ पंकज कुमार को पहले फोन किया गया लेकिन, उन्होंने रिसीव नहीं किया. इसके बाद उनको व्हाट्सएप कर तीन सवाल दिन के 1.20 बजे पूछा गया लेकिन, रात 8.50 बजे तक जवाब नहीं मिला. सवाल : कार पार्किंग के संचालन संबंधी लिखित जानकारी पुलिस प्रशासन को दी गयी थी या नहीं ? सवाल : रोजाना कितनी गाड़ियां पार्किंग में लगती है ? सवाल : और तीन जगहों पर कचहरी चौक जैसी कार पार्किंग बननी थी, उसका क्या हुआ ?
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