मामले में पुलिसकर्मियों की लापरवाही को लेकर भी जांच करने का दिया गया निर्देश जिला व्यवहार न्यायालय के एडीजे 8 में उपस्थापन के लिए मंगलवार को लाया गया हत्याकांड का अभियुक्त पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. मामले में कैदी को कोर्ट लाने वाले सिपाही सुरेंद्र कुमार के लिखित आवेदन पर तिलकामांझी थाना में केस दर्ज कर लिया गया है. इधर, मामले में पुलिस की लापरवाही को लेकर भी जांच का निर्देश दिया गया है. जांच रिपोर्ट में लापरवाही पाये जाने पर पुलिसकर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी बात कही गयी है. मामले में सिपाही सुरेंद्र कुमार की ओर से की गयी लिखित शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार भागलपुर पुलिस की एक टीम फरार कैदी के नाथनगर में रामचंद्रपुर गांव स्थित उसके घर पर भी पहुंची थी. वहीं बिहपुर में कोदरा स्थित उसके मूल निवास पर भी छापेमारी करने के लिए नवगछिया पुलिस से मांग की गयी थी. आवेदन में सिपाही सुरेंद्र कुमार ने उल्लेख किया कि उन्हें पांच बंदियों की अभिरक्षा देकर उन्हें संबंधित अदालतों में प्रस्तुत कराने की जिम्मेदारी दी गयी. वह अपने सहयोगी महिला सिपाही प्रियंका कुमारी के साथ उक्त पांच बंदियों को हथकड़ी लगाकर कोर्ट में उपस्थापन के लिए ले गये. जहां एक बंदी को एडीजे 10 में प्रस्तुत कराया. वहीं बचे चार बंदियों को एडीजे 8 लेकर पहुंचे थे. अदालत लाये जाने के बाद उन्होंने चार बंदियों का हथकड़ी खोल कर उन्हें कोर्ट के डॉक पर चढ़ाया, वहीं बचे एक बंदी को उन्होंने अपनी अभिरक्षा में रखा. उक्त बंदियों में एक जोगेंद्र मंडल उर्फ कारू मंडल सहित अन्य बंदियों की उपस्थिति दर्ज करने के बाद डाॅक से उतार हथकड़ी लगा ही रहे थे कि जोगेंद्र मंडल उसी वक्त उन्हें धक्का देकर वहां से फरार हो गया.
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