घर से लेकर बाजार तक सावन की धूम
सावन की धूम घर से बाजार तक दिखने लगी है. एक माह के लिए अधिकांश सनातन धर्मावलंबियों ने मांसाहार नहीं करने का संकल्प लिया है.
सावन की धूम घर से बाजार तक दिखने लगी है. एक माह के लिए अधिकांश सनातन धर्मावलंबियों ने मांसाहार नहीं करने का संकल्प लिया है. बड़ी संख्या में लहसून-प्याज मुक्त भोजन बनना शुरू हो गया है. इसे देखकर शहर के रेस्टोरेंट में बिना लहसून-प्याज के लजीज व्यंजन तैयार किये जाने लगे हैं. आदमपुर की नीलू सिंह ने बताया कि रविवार को गुरु पूर्णिमा और फिर सोमवार से सावन का शुभारंभ होने से घर में लहसुन-प्याज युक्त सब्जी बनाना भी बंद कर दिया है. वहीं तिलकामांझी हनुमान पथ की सरिता सिन्हा ने बताया कि उनके यहां पर सावन के लिए पूरे घर को धो लिया गया है. साथ ही सभी तरह की सफाई कर ली गयी है, ताकि घर में पूरी तरह से सात्विकता बनी रहे. रेस्टोरेंट में मिलने लगा सावन स्पेशल व्यंजन इधर, मेट्रो प्लाजा रेस्टोरेंट के संचालक सचिन राज ने बताया कि सावन को देखते हुए यहां पर सावन स्पेशल थाली की व्यवस्था की गयी है. साथ ही सावन भर बगैर लहसून-प्याज के व्यंजन बनाये जायेंगे, ताकि किसी श्रद्धालु को यहां पर भोजन करने में दिक्कत नहीं हो. वहीं मेट्रो मिर्ची के संचालक बंटी शर्मा ने बताया कि सावन स्पेशल थाली यहां 220 रुपये में उपलब्ध है, जबकि बिना लहसून-प्याज के व्यंजन उपलब्ध किये जा रहे हैं. स्टेशन चौक स्थित भोजनालय के मैनेजर कमलेश दुबे ने बताया कि उनके यहां पर दुर्गा पूजा-नवरात्र हो, छठ हो या सावन का पूरा महीना हो, मांसाहारी भोजन बनाना ही बंद कर दिया जाता है. ट्रैवल एजेंसी का 50 फीसदी बढ़ा कारोबार सावन में देवघर व बासुकीनाथ जाने के लिए ट्रैवल एजेंसी का 50 फीसदी कारोबार बढ़ गया है. सिंह ट्रैवल के संचालक संजीव सिंह ने बताया कि लगन से कुछ कम, लेकिन 50 फीसदी तक कारोबार बढ़ गया है. लगन में तो बुकिंग फुल हो जाती है. साथ ही बताया कि अभी लग्जरी गाड़ी का देवघर व बासुकीनाथ जाने के लिए डीजल-पेट्रोल समेत 6000 रुपये लग रहे हैं.
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