बॉल बैडमिंटन खेल के विकास में सहयोग करे केंद्र सरकार : प्रो नवल यादव
प्रो नवल किशोर यादव के नेतृत्व में भारतीय बॉल बैडमिंटन महासंघ का नौ सदस्यीय शिष्टमंडल आज भारत सरकार के युवा कल्याण एवं खेल विभाग के मंत्री मुलाकात की.
भारतीय बॉल बैडमिंटन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो नवल किशोर यादव के नेतृत्व में भारतीय बॉल बैडमिंटन महासंघ का नौ सदस्यीय शिष्टमंडल आज भारत सरकार के युवा कल्याण एवं खेल विभाग के मंत्री मनसुख मांडविया से उनके नयी दिल्ली स्थित कार्यालय कक्ष में भारतीय बॉल बैडमिंटन महासंघ की मान्यता के नवीनीकरण सहित खेल के विकास में सहयोग करने के लिए मुलाकात की. शिष्टाचार मुलाकात में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बॉल बैडमिंटन खेल की उपब्धियों की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि भारत के इस स्वदेशी खेल को भारत सरकार ने बॉल बैडमिंटन खेल को वर्ष 1959 में मान्यता प्रदान की है. बॉल बैडमिंटन खेल को अग्रिम पंक्ति के खेलों में लाने के लिए भारत सरकार के खेल मंत्रालय से सभी सुविधाएं मिलनी चाहिए. बॉल बैडमिंटन के छह खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार प्राप्त है. रेलवे, इसरो, बैंक स्पोर्ट्स बोर्ड, मेजर पोर्ट्स, ऑल इंडिया इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड, कैनरा बैंक, परमाणु ऊर्जा विभाग, आयकर विभाग, भारतीय जीवन बीमा निगम, स्टील कंपनियों, राष्ट्रीय खादान विभाग सभी राज्य सरकारों सहित कई अन्य सरकारी व गैर सरकारी विभागों में खिलाड़ियों नौकरियां दी जा रही है. सभी संस्थानों, राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों की टीमें राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सहभागिता करती है. भारत के इस पुराने खेलों के तकनीकी पक्षों के विषय में विस्तारपूर्वक से चर्चा की. भारत सरकार के खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने बॉल बैडमिंटन खेल के विकास में हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया. केंद्रीय खेलमंत्री से मिलने वाले शिष्टमंडल में प्रो नवल किशोर यादव के अलावा भारतीय बॉल बैडमिंटन महासंघ के महासचिव वाई राजा राव, एसोसिएट संयुक्त सचिव गौरी शंकर, संयुक्त सचिव शौकत अली मंसूरी, राष्ट्रीय प्रतियोगिता समिति सदस्य लक्ष्मीकांत शर्मा, राजस्थान के संरक्षक जेपीव्यास, लोकपाल सिंह, बिहार के सदस्य डॉ अरुण दयाल, शिव नारायण पाल शामिल थे.जानकारी राज्य प्रवक्ता ज्ञानदेव कुमार ने दी.
लाल पेन से गुरुजी करेगे बच्चों के गृहकार्य का मूल्यांकन
प्रारंभिक विद्यालय में वर्ग एक से आठ के विद्यार्थियों को गृह कार्य के मूल्यांकन के लिए अब लाल पेन का उपयोग करना है. डीपीओ ने बीडीओ को पत्र भेजा है, जिसमें बताया गया है कि गृह कार्य का मूल्यांकन में वर्ग शिक्षक लाल पेन का उपयोग कर करेंगे. विद्यालय प्रधान प्रत्येक माह तिथिवार सभी कक्षाओं के विद्यार्थी के लेखन पुस्तिका की जांच कर यह सुनिश्चित करेंगे कि वह शिक्षक द्वारा नियमित रूप से छात्राओं के गृह कार्य, कक्षा कार्य की जांच की जा रही है. यदि किसी कक्षा में 31 से अधिक विद्यार्थी नामांकित हो, तो ऐसे छात्रों के अनुक्रमांक के इकाई अंकों की तिथि को उनके लेखन पुस्तिका की जांच विद्यालय प्रधान सुनिश्चित करेंगे. प्रखंड अंतर्गत सभी सरकारी प्राथमिक प्रारंभिक, मध्य विद्यालयों में सभी कक्षा व विषय में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए निर्देश का पालन अवश्य करने का निर्देश दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है