वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी
वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. थाना क्षेत्र के शाहाबाद वार्ड संख्या 24 निवासी रजनीश शर्मा उर्फ गदर से 12 हजार ठगी कर जालसाज फरार
वन विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. थाना क्षेत्र के शाहाबाद वार्ड संख्या 24 निवासी रजनीश शर्मा उर्फ गदर से 12 हजार ठगी कर जालसाज फरार हो गया. पीड़ित युवक ने बताया कि तिलकपुर दुर्गा स्थान के समीप उसका लकड़ी का दुकान है. शुक्रवार को दुकान पर एक शख्स आया और वन विभाग का अधिकारी बताते हुए सस्ते दर पर लकड़ी दिलाने का भरोसा दिया. कहा कि लकड़ी की खरीदारी आप हमसे कीजिए. बातचीत के दौरान उसने कहा कि वन विभाग में कम कीजिएगा तो 18 हजार रुपये प्रतिमाह मिलेंगे. सुलतानगंज से अकबरनगर के बीच वन विभाग द्वारा लगाये वृक्ष की देखभाल की जिम्मेदारी दी जाएगी. नियुक्ति के वक्त 12 हजार रुपये प्रक्रिया पूरी करने के लिए देने होंगे. इस पर मैंने सहमति दे दी. शनिवार को जालसाज ने सुलतानगंज थाना के समीप बाइक से पहुंचा और 12 हजार लिया. पैसा लेने के बाद बताया कि सभी काम थाना में ही होगा. कागजात की जांच का भरोसा दिलाते हुए फोटो खींचाने लिए भेज दिया. जब युवक वापस लौटा तो जालसाज फरार हो गया था. काफी खोज करने के बाद भी कोई जानकारी नहीं मिली. मोबाइल को भी बंद कर लिया. जिसके बाद पीड़ित युवक ने मामले को लेकर थाने में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की. थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच की जा रही है.
आपदा राहत सूची से पीड़ित परिवार का नाम गायब, परेशानी
बाढ़ प्रभावित पीड़ित का आपदा सूची में नाम नहीं होने से बाढ़ से पीड़ित लोग परेशान हैं. बाढ़ पीड़ित का कहना है कि 2021 में बाढ़ आपदा मुआवजा दिया गया था. उस वक्त कई ऐसे परिवार थे, जिनका नाम आपदा सूची में नहींं रहने से मुआवजा नहीं मिला. इस बार भी पुरानी सूची के आधार पर बाढ़ आपदा राहत देने की बात कही जा रही है. ऐसे में जिन परिवारों का नाम बाढ़ आपदा सूची में नहीं है. वह राशि लेने से वंचित हो जायेंगे.बाढ़ राहत राशि नहीं दी जायेगी, तो सैंकडों पीड़ित परिवार बाढ़ राहत राशि से वंचित हो जायेंगे. नगर पंचायत अध्यक्ष किरण देवी ने डीएम को पत्र लिख कर मामले से अवगत कराया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है