सुलतानगंज. चहक का प्रशिक्षण पूरा हो गया है. कई स्कूलों में बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. बीआरसी में बोरा में बंद अभ्यास पुस्तिका स्कूल पहुंचने का इंतजार कर रही है. सुलतानगंज प्रखंड के 95 विद्यालयों में चहक प्रशिक्षण के बाद बच्चों का पठन-पाठन प्रशिक्षण के अनुसार नहीं मिलने का मामला प्रकाश में आया है. बुधवार को बीआरसी कर्मी ने बताया कि 95 स्कूलों ने अब तक अभ्यास पुस्तिका का उठाव नहीं किया है, जिससे बच्चों को अभ्यास पुस्तिका उपलब्ध नहीं हो पायी है. बीआरसी में नामित शिक्षक को दिये गये प्रशिक्षण का लाभ बच्चों को लाभ नहीं मिल रहा है. चहक पुस्तिका स्कूल नहीं पहुंचने से बच्चे पुस्तिका का अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं.
एक हजार चहक पुस्तिका बीआरसी फांक रही धूल
बीआरसी में तीन दिनों तक चहक प्रशिक्षण वर्ग एक के नामित शिक्षकों को दिया गया था. 18 मई को प्रशिक्षण का समापन हुआ. चार दिन बाद भी बीआरसी से पांच बोरा अभ्यास पुस्तिका स्कूल नहीं पहुंच पायी है. लगभग एक हजार अभ्यास पुस्तिका धूल फांक रही है. बीआरसी कर्मी के अनुसार स्कूल प्रधान को बोला गया है, वही कई स्कूल प्रधान ने बताया कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है. 155 प्राइमरी स्कूल में बुधवार तक 60 स्कूलों ने अभ्यास पुस्तिका का उठाव किया है. 95 स्कूल के बच्चे चहक अभ्यास पुस्तिका से वंचित हो रहे हैं.बच्चों की पढ़ाई पर पड़ रहा असर
चहक अभ्यास पुस्तिका स्कूल में नहीं पहुंचने से वर्ग एक के बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है. अभ्यास पुस्तिका में बच्चों का अभ्यास का भरपूर अवसर दिया गया है. अभ्यास पुस्तिका बच्चों को सीखने का एक सहायक माध्यम है. बच्चों के समझ को विकसित करना जरूरी है. पुस्तिका बच्चों की आयु व उनके विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार की गयी है.अभ्यास पुस्तिका जल्द से जल्द वितरण करायी जायेगी, जिसके लिए निर्देशित किया गया है. वर्ग एक के बच्चे को अभ्यास पुस्तिका से पठन-पाठन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.
पुष्कर कुमार, बीपीएम, सुलतानगंज.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है