नागरिक विकास समिति प्रत्येक वार्ड में करेगा सिटीजन फोरम का गठन

नागरिक विकास समिति की ओर से रविवार को एक होटल में बैठक हुई. निर्णय लिया गया कि समिति प्रत्येक वार्ड में "सिटीजन फोरम " का गठन करेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2025 9:17 PM

नागरिक विकास समिति की ओर से रविवार को एक होटल में बैठक हुई. निर्णय लिया गया कि समिति प्रत्येक वार्ड में “सिटीजन फोरम ” का गठन करेगी. सिटीजन फोरम मुख्य रूप से स्थानीय समस्या को लेकर काम करेगी एवं स्थानीय वार्ड पार्षद, जनप्रतिनिधि, महापौर एवं उप महापौर से सहयोग प्राप्त कर वार्ड के विकास के लिए कार्य करेगी.नागरिक विकास समिति कार्यकारिणी, दक्षिणी क्षेत्र ,सलाहकार समिति एवं कहलगांव इकाई के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक रमण कर्ण की अध्यक्षता में हुई. मुख्य अतिथि महापौर डॉ बसुंधरालाल थीं. उन्होंने कहा कि समिति ने सराहनीय निर्णय लिया है. इसमें हरसंभव सहयोग करेगी. वर्ष 24 के लिए गठित महोत्सव आयोजन समिति का कार्यकाल पूरा हो गया. डॉ आरके सिंह, सलाहकार जिया उर रहमान, आनंद श्रीवास्तव एवं सचिव सत्यनारायण प्रसाद ने कई प्रस्ताव रखे. जिसे सदन ने पारित किया. बैठक में कहलगांव इकाई के लिए श्याम कुमार चौधरी को एक फरवरी से कहलगांव इकाई का संयोजक मनोनीत किया गया. समिति ने इस वर्ष चार मेडिकल कैंप लगाने का निर्णय लिया. निशुल्क दवा भी दी जायेगी. इस मौके पर डॉ संजय निराला, नीरा दयाल ,डॉ केएस अर्चना, प्रो एजाज अली रोज ,कृष्णा साह, रणधीर चौधरी, श्याम चौधरी, संतोष कुमार, सरदार हरविंदर सिंह, रमन शाह, विनोद ढंढननिया ,अंजनी देवी , पूजा बचीयानी, रत्ना गुप्ता, इम्तियाज अहमद, महताब आलम, वीणा प्रसाद, फरहद जवी जुगनू ,सुमन आनंद, हरदीप कौर, सुनैना कुमारी, अभिषेक कुमार, सरदार जसविंदर सिंह, सत्यनारायण प्रसाद, डॉ नीलिमा राजहंस आदि उपस्थित थे.

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भेंट की अंगिका रामचरितमानस

नई दिल्ली स्थित बिहार निवास में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से साहित्यकार कुमारी रूपा ने मुलाकात की और स्वरचित अंगिका रामचरितमानस, नारायणम व एक मुट्ठी शब्द की एक-एक प्रति भेंट की. साथ ही अंगिका भाषा के बारे में अपने साहित्यिक अनुभव से भी अवगत कराया. कुमारी रूपा भागलपुर प्रमंडल अंतर्गत अमरपुर थाना क्षेत्र की गोरई जानकीपुर गांव की रहने वाली है. नोएडा में रहकर अंगिका के प्रचार-प्रसार में लगी है. उन्होंने कहा कि हम अपने अंग क्षेत्र से भले ही दूर रह रहे हैं, लेकिन दिल में अंगिका जिंदा है. रूपा ने बताया कि लेखन की शुरुआत एक मजाक से हुई थी, भगवान श्रीराम की कृपा से आज यह महाकाव्य अपने पूर्ण रूप में आ चुका है.

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