25 मई तक शहर के सभी नालों की उड़ाही करें : जिलाधिकारी

पिछले साल बरसात से पूर्व नालियों की उड़ाही नहीं होने से कई इलाकों में जल-जमाव की समस्या उभरी थी. शहर के लोगों को भारी परेशानी हुई थी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 8, 2024 12:18 AM

-डीएम ने कहा, यदि यूडीएचडी से सहमति मिलती है, तो भाड़े पर सफाई कर्मियों को रखकर उड़ाही का काम पूरा करायें – भैरवा तालाब को गाद व कचरा से बचाने के लिए इनलेट फिल्टरयुक्त बनाने का निर्देश -नगर आयुक्त को विश्वविद्यालय से समन्वय स्थापित कर पंपिंग स्टेशन बनवाने का मिला निर्देश वरीय संवाददाता, भागलपुर पिछले साल बरसात से पूर्व नालियों की उड़ाही नहीं होने से कई इलाकों में जल-जमाव की समस्या उभरी थी. शहर के लोगों को भारी परेशानी हुई थी. इस बरसात में ऐसी नौबत नहीं आए, इसके लिए सभी नाले व नालियों की उड़ाही करें. यह बातें मंगलवार को समीक्षात्मक बैठक में जिलाधिकारी डाॅ नवल किशोर चौधरी ने कही. उन्होंने प्रमुख नालों की उड़ाही 14 मई तक एवं सभी वार्डों के नालों की सफाई 25 मई तक कर लेने का निर्देश नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह को दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए नगर विकास एवं आवास विभाग यदि सहमति प्रदान करता है तो भाड़े पर भी अतिरिक्त सफाई कर्मी रखकर नालों की उड़ाही समय पर कर लें. बैठक में बताया गया कि भैरवा तालाब के निर्माणाधीन रहने के कारण पानी की निकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है. भैरवा तालाब को इनलेट फिल्टरयुक्त बनाना होगा, ताकि तालाब में गाद या कचरा जमा ना हो सके. इसके साथ ही आउटलेट कहां होगा इसे भी चिन्हित करना होगा. उन्होंने कहा कि वाई सैप में इनलेट डिजाइन करना होगा, ताकि तालाब के भर जाने पर पहले चैनल बंद कर दूसरा चैनल पानी को बाहर ले जाने के लिए चालू किया जा सके. जिलाधिकारी ने कहा कि अतिक्रमणकारियों का वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी कराकर कार्रवाई की जाये.शहरी क्षेत्र में नालों की मिसिंग लिंक की जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी वार्ड पार्षदों के साथ नगर आयुक्त को बैठक कर लेने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि वार्ड पार्षद अपने वार्ड की जनता से जानकारी लेकर नालों की मिसिंग लिंक की सूची उपलब्ध करा दें. बैठक में सुझाव दिया गया कि मारवाड़ी कॉलेज के छात्रावास के समीप जल जमाव की समस्या रहती है,जिससे निपटने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में एक स्थाई पंपिंग स्टेशन बनाकर जल की निकासी की जा सकती है. इसके लिए 15 वर्ग फीट जमीन की आवश्यकता होगी. जिलाधिकारी ने नगर आयुक्त को विश्वविद्यालय से समन्वय स्थापित कर पंपिंग स्टेशन बनवाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शहर के सभी ह्यूम पाइप एवं कल्वर्ट की जांच कर ली जाये, ताकि जल निकासी में किसी प्रकार का अवरोध न रह सके. बैठक में संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी थे.

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