सीएम नीतीश कुमार का पीएम नरेंद्र मोदी को खास तोहफा,

वैसे तो मालदा आम को आमों का राजा कहा जाता है, लेकिन भागलपुर का जर्दालू आम खास है क्योंकि रसीले और आसानी से पचने वाले आमों में इसकी अपनी अलग पहचान है. आम का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है, खासकर भागलपुर का जर्दालू आम बेहद खास है. इसकी मांग देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है.

By Anand Shekhar | June 5, 2024 7:31 PM
an image

लोकसभा चुनाव में जीत के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जश्न में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति को भागलपुर का खास जर्दालू आम (jardalu aam) भेजा है. इस आम को विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन द्वारा भेजा गया है. जो सिली पहुंचने के बाद पहले बिहार भवन जाएगा. जहां से इसे देश के गणमान्य लोगों तक पहुंचाया जाएगा. जर्दालू आम एक तरह का तोहफा है जो बिहार की ख्याति और संस्कृति को दर्शाता है. भागलपुरी जर्दालू आम अपने स्वाद और गुणवत्ता के लिए जाना जाता है और इसे खास मौकों पर तोहफे के तौर पर भेजना एक पारंपरिक तरीका है.

पहली बार चुनाव परिणाम के बाद पीएम को भेजा गया जर्दालू आम

वैसे तो 2007 से हर साल प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भागलपुर के जर्दालु आम का स्वाद चखते आ रहे हैं, लेकिन इस बार यह खास है क्योंकि यह पहली बार है जब किसी प्रधानमंत्री की जीत के बाद संदेश के तौर पर जर्दालु आम भेजा गया है. भागलपुर का जर्दालु आम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से उपहार के तौर पर भेजा जाता है. आज जहां सरकार गठन को लेकर सबकी निगाहें नीतीश कुमार पर टिकी हैं, वहीं प्रधानमंत्री को उपहार भेजना भी खास है.

जर्दालू आम को मिला हुआ है जीआई टैग

जर्दालू आम सिर्फ हमारे देश में ही मशहूर नहीं है, बल्कि विदेशों में भी इसकी काफी मांग है. लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं. इसे जीआई टैग भी मिला है. हर साल इसे भागलपुर से प्रधानमंत्री और महामहिम राष्ट्रपति समेत अन्य गणमान्य लोगों को भेजा जाता है. इस बार भी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत अन्य विशिष्ट अतिथियों को जर्दालू आम भेजा गया है.

भेजा गया 2000 किलो आम

प्रधानमंत्री को आम भेजने से पहले कृषि विभाग के अधिकारियों ने भागलपुर जिले के सुल्तानगंज के किसान मैंगो मैन अशोक चौधरी के बगीचे से आमों की गहन जांच की और उन्हें तोड़कर पैकिंग करवाया. इसके बाद विक्रमशिला एक्सप्रेस से 2000 किलो आम भेजे गए हैं. इन्हें गुरुवार को आनंद विहार टर्मिनल से बिहार भवन ले जाया जाएगा. उसके बाद वहां से महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य विशिष्ट अतिथियों को भेजा जाएगा.

रिपोर्ट — अंजनी कुमार कश्यप भागलपुर

Also Read: ‘मोदी मैजिक न बिहार में चला, न देश में’, मुकेश सहनी का बीजेपी पर हमला, कहा- 400 पार की निकल गई हवा

Exit mobile version