ठंड का सितम पशुओं पर भी, दुधारू पशुओं का घटने लगा दूध
ठंड से आमलोगों के साथ पशुओं की भी परेशानी बढ़ गयी है. दुधारु पशुओं पर असर दिखने लगा है. इससे दुधारू पशुओं ने 25 से 30 फीसदी तक दूध देना कम कर दिया.
ठंड से आमलोगों के साथ पशुओं की भी परेशानी बढ़ गयी है. दुधारु पशुओं पर असर दिखने लगा है. इससे दुधारू पशुओं ने 25 से 30 फीसदी तक दूध देना कम कर दिया. पशु एंफ्लूंजा से ग्रस्त हो रहे हैं. अन्य पालतू पशुओं में भी निमोनिया, सूजन व अन्य बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. इतना ही नहीं पशुपालन विभाग की ओर से जिले के 36 पशु अस्पतालों के साथ भ्रमणशील पशु चिकित्सकों के बीच अलर्ट जारी किया गया है. भवनाथपुर के पशुपालक मुरारी मंडल ने बताया कि अचानक ठंड बढ़ने के साथ दूध की मात्रा में कमी आ गयी. एक गाय को निमोनिया हो गया है. आदमपुर घाट के पशुपालक प्रकाश मंडल ने बताया कि थोड़ी असावधानी के कारण गाय के थन में सूजन आ गया.
आज होगी ठंड से बचाव को लेकर विशेष बैठक
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ अंजलि सिन्हा ने बताया कि जिला पशुपालन विभाग की ओर से शुक्रवार को मासिक बैठक हो रही है. कंपकंपाती ठंड को देखते हुए भी विशेष बैठक होगी, ताकि सभी 16 प्रखंडों के पशु चिकित्सालयों को अलर्ट करने की घोषणा कर दी जायेगी. पशुपालकों के बीच जाकर भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी जागरूकता फैलाने का निर्देश जारी कर दिया गया है. पशुगणना के दौरान भी पशुपालकों को ठंड से बचाव को लेकर जागरूक किया जाएगा. पशुपालकों को धुंआ व अलाव की व्यवस्था कर वातावरण को गर्म रखने की अपील की जा रही है. डॉ संतोष कुमार ने बताया कि ठंड में थमैला हो जाता है. ठंड से थन में सूजन आ जाती है. इससे दूध कम होने लगती है. पशुओं में निमोनिया भी हो जाती है. इन दोनों बीमारी से बचने के लिए एंटिबायोटिक दी जाती है. ठंडा पानी देने से भी परहेज करना चाहिए. अलाव व बल्व की व्यवस्था होनी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है