Bhagalpur_News इंजीनियरिंग कॉलेज में वायवा के दौरान छात्रों के दो गुटों में मारपीट, चार घायल

इंजीनियरिंग कॉलेज में वायवा के दौरान छात्रों के दो गुटों में मारपीट, चार घायल

By Prabhat Khabar News Desk | June 16, 2024 11:52 PM

भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रशासनिक भवन में वायवा के दौरान तीसरे वर्ष के छात्रों के दो गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई. एक पक्ष से तीन छात्र घायल हो गये जिसमें एक का सिर फट गया है तो दूसरे पक्ष से एक छात्र घायल है. घटना शनिवार की है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची औद्योगिक थाने की पुलिस ने छात्रों को समझा बुझा कर को स्थिति को नियंत्रित किया. मामले में दोनों पक्षों की ओर से मानस कुमार और दीपक कुमार के आवेदन के आधार पर औद्योगिक थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. मानस ने कुल सात छात्रों को नामजद किया है तो दीपक कुमार ने छह को नामजद किया है. औद्योगिक थाना पुलिस अनुसंधान में जुट गयी है.

छात्रों ने बताया, दिया गया दुस्साहसिक वारदात को अंजाम

प्रत्यक्षदर्शी छात्रों ने बताया कि वायवा के दौरान करीब 15 छात्रों का एक दल प्रशासनिक भवन में घुस गये. वायवा का इंतजार कर रहे एक छात्र की पिटाई करने लगे. इस दौरान दूसरे पक्ष के छात्र भी आ गये और फिर दोनों पक्षों के बीच जमकर लात घूसे चले. इस घटना में घायल हुए चारों छात्रों का इलाज जेएलएनएमसीएच मायागंज अस्पताल में कराया गया.

15 मार्च को भी इंजीनियरिंग कॉलेज से सामने आया था दुस्साहसिक घटना

मालूम हो कि कॉलेज में इसी वर्ष 15 मार्च की रात्रि को कुछ उपद्रवी छात्रों ने छात्रावास समेत पूरे कैंपस में जमकर तोड़फोड़ की थी. कुछ छात्रों के साथ मारपीट भी की थी. यह मामला भी पुलिस पदाधिकारियों और स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारियों के संज्ञान में आया था. कॉलेज प्रशासन ने उस वक्त उपद्रवी छात्रों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही थी लेकिन अब तक मामले में किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई.

आखिर चल क्या रहा है कॉलेज में

इंजीनियरिंग कॉलेज सूत्रों ने बताया कि छात्रों के दो गुटों के बीच इन दिनों खेमाबंदी चरम पर है. मौजूदा विवाद का तात्कालिक कारण राजनीतिक बहस बताया जा रहा है. एक गुट दक्षिणपंथी राजनीति का पक्षकार हैं तो दूसरा पक्ष समाजवादी और वामपंथ का. राजनीतिक बहस के बाद ही एक गुट ने दूसरे गुट के एक छात्र को टारगेट पर ले लिया था. इसका अंदाजा दूसरे गुट के उस छात्र को भी था, जिस कारण वह अकेले बाहर नहीं निकलता था लेकिन वायवा के दौरान प्रशासनिक हॉल उसे जाना पड़ा और उस पर हमला कर दिया.छात्रों ने बताया कि दोनों गुट कैंपस में वर्चस्व हासिल करने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम देते हैं. बताया गया कि किसी भी गुट का वर्चस्व हो जाने के बाद कॉलेज में उस गुट की चलती है और होने वाले इवेंट में उस गुट को बढ़ चढ़ कर हिस्सेदारी दी जाती है. मामले पर प्राचार्य डॉ ओमप्रकाश राय से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया.

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