कॉलेज को अपनी गुणवत्ता कायम रखनी
मारवाड़ी कॉलेज में सोमवार को कॉलेज संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी.
मारवाड़ी कॉलेज में सोमवार को कॉलेज संभावनाएं एवं चुनौतियां विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गयी. मौके पर प्राचार्य प्रभारी प्राचार्य प्रो शिव प्रसाद यादव ने कॉलेज को बेस्ट अवार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि यह सम्मान अवसर और चुनौती दोनों है. कॉलेज को अपनी गुणवत्ता कायम रखनी होगी. भविष्य की संभावनाओं को भी पहचानना होगा. परिसर में आने वाले छात्रों को भी यह महसूस होना चाहिए कि सर्वोत्कृष्ट कॉलेज के छात्र हैं. नामांकन और सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं की नजर में मारवाड़ी कॉलेज पहली पसंद है. इस अवसर पर सभी विभागाध्यक्षों ने रचनात्मक सुझाव प्राचार्य को दिया. मौके पर प्रो शरद चंद्र राय, डॉ एके दत्ता, प्रो रामाशीष पूर्वे, डॉ अवधेश रजक, डॉ स्वस्तिका दास, डॉ सुधीर कुमार, डॉ विकल कुमार गुप्ता, डॉ चंद्रलोक भारती आदि मौजूद थे. संचालन डॉ संजय कुमार जायसवाल ने किया. —————————————– एमसीए कोर्स की पढ़ाई अब दो वर्ष की होगी टीएमबीयू सहित राज्य के सभी विवि में मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) कोर्स की पढ़ाई अब तीन साल के जगह पर दो साल की होगी. इसे लेकर राजभवन के विशेष कार्य पदाधिकारी (न्यायिक) बालेंद्र शुक्ला ने अधिसूचना जारी की है. साथ ही सभी विवि को इस आशय का पत्र भी भेजा है. अधिसूचना में कहा गया है कि सदस्य सचिव सह राज्य परियोजना निदेशक बिहार राज्य उच्च शिक्षा परिषद के पत्र पर संज्ञान लेते हुए निर्देश दिया गया है. पत्र में कहा कि विवि सलाहकार और परिषद ने वीर कुंवर सिंह विवि, आरा के सीबीसीएस के तहत तीन साल से घटाकर दो साल करने का प्रस्ताव भेजा था. इस बाबत राजभवन को पत्र लिखा था. विवि से विस्तृत रेगुलेशन व आर्डिनेंस भी राजभवन को भेजा गया था. राजभवन ने पत्र जारी कर वीकेएसयू के एमसीए के रेगुलेशन व आर्डिनेंस को राज्य के सभी विवि में लागू करने का भी निर्देश है. उधर, टीएमबीयू के अधिकारी ने कहा कि एमसीए कोर्स की पढ़ाई पूर्व से ही विवि में दो वर्ष की होती है. चार सेमेस्टर में परीक्षा ली जाती है. साथ ही कोर्स में सीबीसीएस सिस्टम भी लागू है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है