जिले में बिल्ड आन आपरेटर मॉडल से आईसीटी लैबों में लगे 219 कंप्यूटर खराब हो गये है. इसे हरहाल में 19 जून तक ठीक करने का अल्टीमेटम संबंधित कंपनी को दिया गया है. कंप्यूटर ठीक नहीं होने की स्थिति में संबंधित कंपनी पर पेनल्टी लगाने की तैयारी है. साथ ही कंपनी को ब्लैकलिस्ट भी किया जायेगा. इसे लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एसएसए जमाल मुस्तफा ने एजेंसियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया हैं. डीपीओ एसएसए जमाल मुस्तफा ने कहा कि गेटवे कम्युनिकेशन द्वारा मध्य विद्यालय सलेमपुर सैनी में 20 कंप्यूटर लगाया जाना था. इसमें 17 ही कंप्यूटर लगाये गये हैं. जबकि नौ स्कूलों के 15 कंप्यूटर खराब है. उन्होंने बताया कि सबसे खराब स्थिति हेमर टाइम का है. उनके द्वारा लगाये गये कंप्यूटर में 116 कंप्यूटर खराब स्थिति में है. जबकि ह्यू टेक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 10 स्कूलों में लगाये गये 38 कंप्यूटर खराब है. वही, दीक्षा प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 21 विद्यालयों में कंप्यूटर लगा था. इसमें भी पांच कंप्यूटर खराब है. डीपीओ ने कहा कि हरहाल में 19 जून तक ठीक कर विभाग को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है. तय तिथि तक कंप्यूटर ठीक नहीं किया जाता है. कंप्यूटर का मासिक किराये का नियमानुसार कटौती की जायेगी. एजेंसी पर जुर्माना भी लगाया जायेगा. उन्होंने सख्त निर्देश दिया है कि हेमर टाइम के 18 आइसीटी लैब में अब तक वाईफाई नहीं लगाया गया है. इसके अलावा गेटवे कम्युनिकेशन के एक लैब में भी वाई-फाई की सुविधा नहीं दी गयी है. ऐसे में सभी एजेंसी द्वारा अब तक आइसीटी लैब में वाई-फाई का कनेक्शन नहीं दिया गया है.18 जून तक वाई-फाई को लगाना अनिवार्य करें. पूरे मामले को लेकर अगले बैठक में समीक्षा की जायेगी. कार्य पूरा नहीं होने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
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