भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान

टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि भारत का संविधान सर्वोच्च है. दुनिया का सबसे बड़ा और विशाल संविधान है. संविधान हमें शक्ति प्रदान करती है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 26, 2024 9:52 PM

टीएमबीयू के कुलपति प्रो जवाहर लाल ने कहा कि भारत का संविधान सर्वोच्च है. दुनिया का सबसे बड़ा और विशाल संविधान है. संविधान हमें शक्ति प्रदान करती है. भारतीय संविधान नागरिकों के सम्मान और सुरक्षा की गारंटी प्रदान करता है. एक राष्ट्र एक चुनाव समय की मांग है. देश में यह व्यवस्था निश्चित रूप से लागू होनी चाहिए. प्रधानमंत्री ने पहले एक राष्ट्र एक टैक्सेशन को लागू किया. अब एक राष्ट्र एक चुनाव की बातें हो रही है, यह एक सकारात्मक पहल है. इस व्यवस्था के लागू होने से मितव्ययता पर रोक लगेगी, वे मंगलवार को विवि के सीनेट हॉल में संविधान दिवस के मौके पर बोल रहे थे. कार्यक्रम का आयाेजन पीजी राजनीति विज्ञान विभाग व एनएसएस के संयुक्त बैनर तले एक राष्ट्र – एक चुनाव विषय पर परिचर्चा का आयोलित किया गया. उन्होंने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत, विकसित भारत, अमृत भारत जैसी संकल्पनाएं साकार रूप ले रही है. पीएम ने संविधान गौरव यात्रा के माध्यम से भारतीय संविधान के सिद्धांतों व आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया तथा संविधान के मूल्यों को सभी कल्याणकारी योजनाओं के मूल में समाहित किया. 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में घोषित किया. वीसी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत की संकल्पनाओं को साकार करने के लिए भारतीय संविधान के मूल्यों एवं भावी योजनाओं को केंद्र में रखने की जरूरत है. संविधान दिवस के अवसर पर हम सभी भारतीय संविधान की प्रस्तावना का शपथ लेकर एक कर्तवनिष्ठ भारतीय नागरिक के रूप में विकसित भारत की संकल्पना को साकार करने का भी शपथ लें. इस दौरान कुलपति ने पीपीटी के माध्यम से विस्तार से संविधान दिवस पर प्रकाश डाला. पॉलिटिकल साइंस विभाग के हेड डॉ जगदीश प्रसाद ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी दिलीप कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो बिजेंद्र कुमार,प्रो अशोक कुमार ठाकुर, रजिस्ट्रार डॉ रामाशीष पूर्वे,डीन प्रो नेहाल आदि ने भी संबोधित किया. वहीं, कुलपति ने सभी पीजी विभागों को भी एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर अपने विभागों में कार्यक्रम आयोजित कर उसकी समग्र रिपोर्ट डीएसडब्ल्यू कार्यालय में भेजने का निर्देश दिया है. सभी विभाग और कॉलेज अपने यहां वन नेशन, वन इलेक्शन पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित करें. इसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार से नवाजे जायेंगे. कुलपति ने उपस्थित सभी अधिकारियों, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं को सामूहिक रूप से संविधान की प्रस्तावना का शपथ दिलाया. धन्यवाद ज्ञापन असिस्टेंट प्रोफेसर विवेक कुमार हिन्द ने व संचालन डॉ रुचि श्री ने किया. इस अवसर पर प्रॉक्टर डाॅ अर्चना कुमारी साह, डॉ दीपक कुमार दिनकर, ब्रज भूषण प्रसाद, सहित सभी पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के हेड, शिक्षक व छात्र-छात्राएं आदि मौजूद थे.

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