एक ओर भोलानाथ फ्लाइओवर ब्रिज निर्माण शुरू होना खासकर दक्षिणी क्षेत्र के मिरजानहाट, मोहद्दीनगर व आसपास क्षेत्र के लोगों के लिए खुशखबरी है, वहीं दूसरी ओर बिना पब्लिक हियरिंग के निर्माण कार्य शुरू होने से भीखनपुर, मुंदीचक, डिक्सन मोड़, इशाकचक, शिवपुरी कॉलोनी, साहू परबत्ता परिसर व आसपास क्षेत्र की दो लाख की आबादी त्राहिमाम है. कहीं जलापूर्ति बाधित हो गयी है, कहीं घरों से जलनिकासी की बजाय घर में बाहर का पानी भरने की समस्या उत्पन्न हो गयी है. स्थिति इस कदर दयनीय है कि जरुरत पर एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही है. स्थानीय लोगों की मानें तो इतना बड़ा प्रोजेक्ट शुरू हुआ, लेकिन स्थानीय लोगों से बिना चर्चा के ही काम शुरू हो गया. यहां क्या समस्या है और क्या असुविधा बढ़ सकती है. इसका ख्याल किये बिना ही जैसे-तैसे काम शुरू हो गया. इससे अव्यवस्था फैल गयी है. लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है, जो कि कभी भी फूट सकता है.
मार्ग के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का रोजाना 50 लाख से अधिक का कारोबार प्रभावित
इस मार्ग में आने वाले होटल, दुकान, शिक्षण संस्थान, रेस्टोरेंट समेत अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का रोजाना 50 लाख से अधिक का कारोबार प्रभावित हो रहा है. केवल भीखनपुर, मुंदीचक मार्ग में ही 100 से अधिक दुकानें, क्लिनिक, होटल-रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप, शिक्षण संस्थान हैं, जबकि भोलानाथ पुल से लेकर शीतला स्थान मिरजानहाट तक 100 से अधिक. इसमें कई थोक, तो कई खुदरा दुकानें हैं.क्या कहते हैं इलाके के लोग
जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, मेयर, पार्षद से लेकर प्रदेश के नगर विकास-आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन तक को स्थानीय जनता का हस्ताक्षरित त्राहिमाम संदेश भेजा गया है. इस पत्र में बताया कि बिना पब्लिक हियरिंग के ही निर्माण कार्य शुरू हो गया, जबकि कोई बड़ा प्रोजेक्ट शुरू होने से पहले इसे कराना जरूरी है, ताकि स्थानीय लोगों की समस्या का समाधान व सुविधा का ख्याल किया जा सके. जिलाधिकारी, नगर आयुक्त व मंत्री नितिन नवीन ने सकारात्मक संदेश भेजा और शीघ्र समस्या के समाधान की बात कही है.दीपक कोचगवे, वरिष्ठ पत्रकार
—————— दुर्भाग्य से यदि इस क्षेत्र में आग लग गयी, तो दमकल का पहुंचना मुश्किल हो जायेगा. किसी के घर में मरीजों को आकस्मिक सेवा की जरूरत हो जाये, तो एंबुलेंस का पहुंचना मुश्किल हो रहा है. इतना ही नहीं लोगों का घर से निकलना भी मुश्किल हो रहा है. पुल निर्माण के कारण क्षेत्र का सभी नाला जाम हो गया है. घर का पानी घर में है. उल्टे नाला का पानी घर में घुस रहा है. पाइपलाइन कट जाने से जलापूर्ति बाधित है.दीपक कुमार लाल, सामाजिक कार्यकर्ता
————–पुल बनाने के क्रम में जो पिलर बनाया जाता है, उसकी मिट्टी सड़क पर रखी जा रही है. इससे आवागमन बाधित हो रहा है. नाला भी भरता जा रहा है. सड़क पर जलजमाव की समस्या बढ़ती जा रही है. पैदल चलना मुश्किल हो रहा है. मच्छर का प्रकोप बढ़ रहा है. साथ ही सड़ांध से स्थानीय लोगों को घर में रहना मुश्किल हो रहा है. बिना सुविधा दिये ही पाइपलाइन काट दी गयी.
लल्लू तिवारी, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता————-
बिना सूचना पट के ही निर्माण कार्य चल रहा है. कई राहगीरों को, बाइकर्स, फोर व्हीलर वालों को निर्माण स्थल तक पहुंचकर लौटना पड़ रहा है. रात्रि में खासकर राहगीरों को अधिक परेशानी हो रही है. निर्माण कार्य सुविधा देने के लिए नहीं, बल्कि अव्यवस्था फैलाने के लिए हो रहा है. अनुभवहीन एजेंसी को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी दी गयी है. एजेंसी मनमानी कर रही है.निशित कुमार मिश्रा, अधिवक्ता
————-वार्ड 36 की जनता को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसे लेकर कई बार नगर निगम में आवेदन कर चुके हैं, लेकिन कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया. 500 घरों में सीधे पानी का कनेक्शन कट गया. इससे लोगों को भीषण गर्मी में भटकना पड़ रहा है. राय बहादुर शिवशंकर सहाय रोड से लोगों का संपर्क कट गया है. एजेंसी से जब बात की गयी, तो कहा कि पूरी गर्मी में पानी मिलना संभव नहीं है. हालांकि पानी टैंकर की व्यवस्था की जा रही है.
अमित कुमार टिंकल, पार्षद, वार्ड 36—————–
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