सुलतानगंज करहरिया पंचायत में पंचायत सरकार भवन के निर्माण स्थल को लेकर पेंच फंसा है. ग्रामीणों ने शुक्रवार को ग्राम सभा से पारित चिह्नित जमीन पर भवन का निर्माण जल्द शुरू कराने मांग को लेकर प्रदर्शन किया. मुखिया प्रतिनिधि मुकेश सिंह ने बताया कि पंचायत के देवधा मौजा में खाता संख्या 310, खेसरा 356 में 50 डिसमिल जमीन चिह्नित कर ग्रामसभा से पारित कर विभाग के वरीय अधिकारी को उपलब्ध करायी गयी है, लेकिन कुछ लोग निर्धारित स्थल के बदले विवादित जमीन पर भवन बनाने की मांग से पेंच फंसा है. जिस जमीन को ग्रामसभा से पारित कर दिया गया है, उस जमीन पर कोई विवाद नही है. चिह्नित जमीन देवधा गांव में है. इस जमीन का निरीक्षण बीडीओ, सीओ, डीपीआरओ, डीसीएलआर ने किया है. सभी ने जमीन को उपयुक्त बताया है. सीओ ने जमीन पर निर्माण के लिए एनओसी भी दे दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि अगर ग्राम सभा से चिह्नित देवधा जमीन पर भवन का निर्माण नही कराया गया, तो प्रखंड से लेकर जिला तक आंदोलन होगा.
दो गांवों के बीच फंसा है पेंच
करहरिया के लोगों ने अधिकारी को आवेदन देकर बताया कि पंचायत का मुख्यालय करहरिया है. करहरिया के सटे पिपरा मोड़ के पास जमीन पर भवन निर्माण हो. मुखिया पूनम देवी का कहना है पंचायत के देवधा गांव में बिहार सरकार काफी जमीन खाली है. यहां भवन निर्माण होने से पंचायत के सभी गांव के लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी. ग्रामीणों ने बताया कि अगर देवधा गांव की जमीन पर भवन का निर्माण नहीं हुआ, तो जमीन को कुछ लोग अतिक्रमण कर लेंगे. कुछ लोग जिस जमीन पर भवन बनाने का दबाव बना रहे हैं, वह जमीन एक कमजोर तबके की निजी जमीन है. जमीन विवादित है. मामला कोर्ट में लंबित है.स्थल विवाद के बाद डीएम ने किया जांच टीम का गठन
भवन निर्माण को लेकर दोनों गांव में तकरार के बाद डीएम ने स्थल चयन को अंतिम रूप देने के लिए एग्जास्ट टीम का गठन किया है. जांच टीम में सीओ, डीपीआरओ और भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर को रखा गया है. टीम स्थल जांच कर डीएम को रिपोर्ट देगी, इसके बाद भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है